
सोनीपत, 26 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । गन्नौर
में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ सदस्य डॉ. देवशरण सिंघल का बुधवार को 78 वर्ष
की आयु में निधन हो गया। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से पूरे
क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ.
देवशरण सिंघल के निधन के बाद उनके पुत्र भारत विकास परिषद मध्य प्रांत के प्रांतीय
समूह गान संयोजक प्रवीन सिंघल, डॉ. विनय सिंघल, अश्वनी सिंघल और उनके छोटे भाई, नगर
पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष सतीश जैन ने उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार नेत्रदान करवाया।
माधव नेत्र बैंक, करनाल से आए डॉ. राजकुमार अरोड़ा और उनकी टीम ने नेत्रदान की प्रक्रिया
को पूरा किया।
नेत्रदान
के बाद डॉ. देवशरण सिंघल का बुधवार की शाम गन्नौर के मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार
किया गया। उनके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्ता और स्थानीय समाजिक
लोग शामिल हुए। डॉ.
देवशरण सिंघल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए संघ के
प्रचार और सदस्यता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। आपातकाल के दौरान 1976 में उन्होंने
मेरठ सेंट्रल जेल में अपनी गिरफ्तारी भी दी थी। 1987 के बाद उन्होंने गन्नौर में संघ
के कई नए सदस्यों को जोड़ने का कार्य किया। डॉ. देवशरण सिंघल ने पुरखास गांव में गीता
विद्या मंदिर का निर्माण भी करवाया, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान यादगार
बन गया। उनके निधन से शहर में गहरा शोक व्याप्त है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
