धर्मशाला, 13 मई (Udaipur Kiran) हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के पत्रकारिता, जनसंचार एवं नव मीडिया स्कूल तथा विश्व संवाद केंद्र, शिमला के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को विश्वविद्यालय सभागार में देवर्षि नारद जयंती का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। उन्होंने नारद जयंती की शुरुआत की यात्रा को याद करते हुए बताया कि प्रारंभ में कई कठिनाइयां आईं, लेकिन अब यह आयोजन शिक्षण संस्थानों और मीडिया संगठनों द्वारा भी स्वतः किया जाने लगा है।
नरेंद्र कुमार ने कहा कि आज के समय में संवाद की बहुत आवश्यकता है। संवादहीनता बड़ी समस्याओं को जन्म देती है। उन्होंने मीडिया में सकारात्मक सामग्री को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान फैली भ्रामक सूचनाओं पर चिंता जताई, लेकिन साथ ही उन मीडिया समूहों की सराहना की जो तथ्य और सत्य पर आधारित समाचार प्रस्तुत कर रहे थे। उन्होंने दर्शकों और पाठकों से भी अनुचित सामग्री पर प्रतिक्रिया देने और रिपोर्ट करने की अपील की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने घोषणा की कि विश्वविद्यालय में शीघ्र ही ‘देवर्षि नारद पीठ’ की स्थापना की जाएगी, ताकि नारद साहित्य और संचार पर अधिक शोध व अध्ययन हो सके।
कुलपति बंसल ने कहा कि देवर्षि नारद का फिल्मों, नाटकों और साहित्य में षड्यंत्रपूर्वक नकारात्मक चित्रण किया गया है, जबकि वे त्रिलोक के एकमात्र ऐसे संचारक हैं जो वस्तुस्थिति का मूल्यांकन कर समाधान प्रस्तुत करते हैं। वे शांति, सद्भाव और मानवता के संदेशवाहक हैं।
देवर्षि नारद के त्रिलोक भ्रमण और संचार कार्यों का उल्लेख करते हुए कुलपति ने उन्हें ‘ब्रह्मांड का आदि संचारक’ बताया और ‘नारद पीठ’ की स्थापना को ज्ञान व शोध के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
