धर्मशाला, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कांगड़ा जिला में वर्ष 2023-24 में 55 करोड़ 91 लाख व्यय किए गए हैं ताकि रोगियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। शुक्रवार को क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला के सभागार में जिला स्तरीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि चालू वित वर्ष में नेशनल हेल्थ मिशन के तहत 52 करोड़ 47 लाख व्यय करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर विशेष फोक्स किया जाए ताकि ग्रामीणों को उपचार के लिए शहरों की तरफ नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर गठित जन आरोग्य समितियों की बैठकें नियमित तौर पर आयोजित करवाने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को और भी सुदृढ़ किया जा सके।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बाल स्वास्थ्य कार्यक्रमों, जननी सुरक्षा कार्यक्रम, किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रमों तथा कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए आईसीडीएस के साथ समन्वय स्थापित करने निर्देश भी दिए गए। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि अस्पतालों में आवश्यक दवाइयां भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करवाई जाएं ताकि रोगियों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो।
शिक्षण संस्थानों को तंबाकु मुक्त करने के लिए उठाएं कदम
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में प्रार्थना सभा में बच्चों को एचआईवी, तंबाकू निषेध तथा नशे दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें तथा सभी शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकु मुक्त कैंपस घोषित करवाएं इसमें स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की मदद भी लें ताकि युवा पीढ़ी को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में एपीएल, बीपीएल के लिए फ्री डायलेसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है इसी तरह से अल्ट्रासाउंड तथा एक्सरे टेस्ट की भी सुविधा उपलब्ध है ताकि रोगियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़े।
निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों की करें मदद
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि टीबी मुक्त अभियान में सभी नागरिक, स्वैच्छिक संस्थाएं निक्षय मित्र बनकर अपना रचनात्मक सहयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री क्षय रोग योजना के तहत टीबी मरीजों की जेब का खर्चा कम करने के लिए उन्हें निःशुल्क सीटी स्कैन, एमआरआई की सुविधा दी जा रही है ताकि टीबी मुक्त कांगड़ा जिला के संकल्प को पूरा किया जा सके।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया