जम्मू, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला विकास आयुक्त सांबा राजेश शर्मा ने जिले में समग्र कृषि विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन और प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक सांबा के डीसी कार्यालय परिसर के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित की गई। शुरुआत में मुख्य कृषि अधिकारी एस. मदन गोपाल सिंह ने एचएडीपी के तहत हुई प्रगति पर एक व्यापक अद्यतन जानकारी प्रदान की।
प्रमुख पहलों में खुली और हाई-टेक संरक्षित खेती, मधुमक्खी पालन और वर्षा आधारित क्षेत्रों के विकास के माध्यम से सब्जियों और विदेशी सब्जियों को बढ़ावा देना शामिल है। इसके अतिरिक्त, किसानों की आय के स्रोतों में विविधता लाने के लिए औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती के साथ-साथ बाजरा, मशरूम, वाणिज्यिक फूलों की खेती और तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयासों पर जोर दिया गया।
डीडीसी ने कृषि और संबद्ध विभागों के विभिन्न कार्यक्रमों के तहत अंतिम चयन और अनुमोदन के लिए पात्र लाभार्थियों की सूची की समीक्षा की जिन्होंने एचएडीपी पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया था। समग्र कृषि विकास कार्यक्रम की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लाभ हेतु कुल 815 लाभार्थियों का चयन किया गया। जिला विकास आयुक्त ने पशुपालन, भेड़ पालन, मत्स्य पालन, बागवानी, बागवानी योजना और विपणन, और रेशम उत्पादन सहित संबद्ध क्षेत्र की योजनाओं को बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विभागों से जिले भर में एचएडीपी के प्रभाव को अधिकतम करने के लिए अधिक किसानों तक लाभ पहुंचाने का आग्रह किया।
राजेश शर्मा ने जिले में सतत कृषि और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए सभी हितधारकों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों का भी आह्वान किया। उन्होंने ऋण मामलों के प्रायोजन को प्राथमिकता देने, लाभार्थियों को उचित सहायता सुनिश्चित करने में बैंकों को शामिल करने के महत्व पर जोर दिया। बैठक में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त सांबा, सहायक आयुक्त विकास सांबा, मुख्य कृषि अधिकारी सांबा, प्रभागीय वन अधिकारी सांबा, मुख्य बागवानी अधिकारी सांबा, जिला भेड़ पालन अधिकारी सांबा, मुख्य पशुपालन अधिकारी सांबा, सहायक निदेशक मत्स्य पालन सांबा ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा