

मुंबई ,26 मई ( हि. स,.) । राज्य में मानसून के आगमन के मद्देनजर मौसम विभाग ने ठाणे जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है। ठाणे नगर निगम के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ का दौरा करने के बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके लिए सभी प्रणालियां सतर्क हैं।
शून्य हताहत हमारा लक्ष्य है। इसलिए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी निर्देश दिया कि यदि कोई स्थिति उत्पन्न होती है या कोई शिकायत प्राप्त होती है तो एजेंसियों को कम से कम समय में प्रतिक्रिया देकर मदद के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों के अनुभव के आधार पर ठाणे नगर निगम ने मानसून की स्थिति से अच्छी तरह निपटा है।
ठाणे नगर निगम का आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ 24 घंटे कार्यरत है। इसके लिए दो सत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। वार्ड समिति स्तर पर भी प्रक्रियाएं तैयार कर ली गई हैं। यहां जनशक्ति, वाहन और जेसीबी उपलब्ध हैं। रुके हुए पानी की निकासी के लिए 38 स्थानों पर 66 उच्च क्षमता वाले पंप लगाए गए हैं। आज 135 मिमी बारिश हुई। लेकिन पानी जमा होने की कोई शिकायत नहीं मिली है। उप मुख्यमंत्री और ठाणे जिले के संरक्षक मंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि जहां कहीं कुछ था, उसे पंपों की मदद से हटा दिया गया है।
ठाणे नगर निगम क्षेत्र में 06 स्थानों पर वर्षामापी यंत्र कार्यरत हैं तथा 06 नालों पर बाढ़ सेंसर कार्यरत हैं। बारिश के मद्देनजर 43 संभावित स्थानों पर कर्मचारियों को तैनात किया गया है। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि 29 कर्मियों वाली टीडीआरएफ टीम भी तैनात की गई है। सी1 श्रेणी की 90 अत्यधिक खतरनाक इमारतों में से 42 खाली हैं। 06 भवनों के निवासियों को स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि 197 परिवारों को स्थानांतरित करने का काम चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस समय ठाणे मनपा आयुक्त पद का अतिरिक्त कार्यभार ठाणे जिले के जिला अधिकारी अशोक शिंगारे के अधीन है।उन्होंने भी आज इस मौके इससे पहले सोमवार दोपहर ठाणे के सांसद नरेश म्हस्के और मानसून सत्र के लिए चल रहे आपातकालीन कार्यों की समीक्षा भी की थी । आज इस बैठक के दौरान मुंब्रा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भी आपातकालीन कक्ष का दौरा किया।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
