Maharashtra

उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा टीएमसी स्वयं प्रयोग तौर पर जैविक सब्जी उगाएं 

Grow organic vegetables on tmc experiment

मुंबई 14फरवरी (Udaipur Kiran) । हम ठाणे को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने के लिए काम कर रहे हैं, अब इसे ग्रीन सिटी के रूप में भी जाना जाना चाहिए। सभी को इसमें भाग लेना चाहिए। विशेषकर, ठाणे के सभी विद्यार्थियों को कम से कम एक पेड़ लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज निर्देश दिया कि ठाणे नगर निगम को इस प्रकार की गतिविधियों की योजना बनानी चाहिए।

ठाणे महानगरपालिका द्वारा कैडबरी जंक्शन के पास रेमंड कंपनी मैदान में आयोजित 14वीं वृक्षवली-2025, जिसमें पेड़, फूल, फल और सब्जियां शामिल थीं, इसका शुभारंभ आज उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया। उन्होंने कहा कि ठाणे नगर निगम को एक एकड़ क्षेत्र में जैविक सब्जियां उगानी चाहिए। नागरिक वहां आएंगे और खरीदारी करेंगे। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि संभवतः ठाणे नगर निगम ऐसा प्रयोग करने वाला पहला नगर निगम होगा। यदि हम प्रकृति का संरक्षण करना चाहते हैं तो हमें बड़े पैमाने पर पेड़ लगाने होंगे। ठाणे नगर निगम ने पिछले वर्ष मुख्यमंत्री हरित अभियान में 1.5 लाख रुपए का निवेश किया था। इस वर्ष यह संख्या बढ़ाकर दो लाख की जानी चाहिए। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि अगले वर्ष इसे और बढ़ाया जाना चाहिए। ठाणे महानगर पालिका बांस रोपण, ऑक्सीजन पार्कों के विकास और झीलों के सौंदर्यीकरण पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। जोगीला झील का जीर्णोद्धार कार्य 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि शेष कार्य को शीघ्र पूरा करना तथा पूरी तरह जलमग्न हो चुकी झील को बहाल करना भी एक बड़ा कार्य होगा।

इस वर्ष की प्रदर्शनी ‘जैव विविधता के सात रंग’ की अवधारणा पर आधारित है और इसमें लगभग 5,000 पौधे शामिल हैं, जिनमें फूलदार पौधों, फलों के पौधों, रंग-बिरंगे फूलों और पत्तियों वाले वृक्षों, औषधीय पौधों आदि की लगभग 200 प्रजातियां शामिल हैं। लगभग 90 संगठनों ने ऐसी प्रदर्शनियां प्रस्तुत की हैं जो न केवल मनोरंजन करती हैं बल्कि नागरिकों को शिक्षित भी करती हैं, ।प्रदर्शनी में आकर्षक पुष्प सज्जा, प्रकृति से संबंधित दृश्य और तितलियों की तस्वीरें शामिल हैं। प्रदर्शनी में कुल 30 खंड और उप-खंड हैं, जिनमें गमलों में सजावटी पत्तेदार पौधे (झाड़ियाँ), गमलों में सजावटी फूलदार पौधे, बौने पेड़, आर्किड, गमलों में लगे पौधे, मौसमी फूल, कटे हुए फूल आदि शामिल हैं। इसके अलावा, इस वर्ष नागरिक अन्य प्रमुख आकर्षणों के अलावा लाइव प्रकृति चित्रकला, विशेषज्ञों की मदद से पेड़ पर चढ़ने का प्रदर्शन और हेरिटेज ट्री ट्रेल का भी अनुभव कर सकेंगे।

प्रदर्शनी में बागवानी से संबंधित 40 स्टॉल शामिल हैं, जिनमें बांस से बनी वस्तुएं, प्राकृतिक उर्वरकों से उगाई गई सब्जियां, हाइड्रोपोनिक्स तकनीक आदि शामिल हैं। ‘वृक्षवल्ली-2025’ प्रदर्शनी के अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं का पुरस्कार वितरण समारोह रविवार, 16 फरवरी को शाम 6:00 बजे आयोजित किया जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा

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