विकसित भारत के लिए विकास के साथ विरासत संरक्षण भी जरूरीः उप मुख्यमंत्री दीयाकुमारी
उदयपुर, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । उदयपुर जिले के दो दिवसीय प्रवास पर आई उपमुख्यमंत्री दीयाकुमारी ने शुक्रवार दोपहर गोगुन्दा क्षेत्र का दौरा किया। यहां उन्होंने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के राजतिलक स्थल को नमन किया वहीं पौधरोपण और शिवालय में पूजा-अर्चना की। आयोजन समारोह में उन्होंने संस्कृति और धरोहर के संरक्षण के लिए सभी से सहयोग का आह्वान किया।
उप मुख्यमंत्री शुक्रवार दोपहर गोगुन्दा स्थित महाराणा प्रताप राजतिलक स्थली पर पहुंची। यहां उन्होंने महाराणा प्रताप के गोगुन्दा क्षेत्र में प्रवास तथा राजतिलक से जुड़े चित्रों की प्रदर्शनी और संपूर्ण परिसर का अवलोकन किया। इसके पश्चात प्रताप की राजतिलक छतरी पर पहुंच कर विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर नमन किया। इस दौरान धरोहर प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी, राज्य सभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, गोगुन्दा विधायक प्रताप गमेती, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली भी मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री ने राजतिलक स्थली में अवस्थित शिव मंदिर में भी पूजा अर्चना की। महाराणा प्रताप और राणा पूंजा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके शौर्य, त्याग को नमन किया। इस मौके पर उन्होंने एक पौधा मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण भी किया।
विरासत और विकास साथ-साथ:
गोगुन्दा में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का सपना देखा है। उसी अनुरूप राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विकसित राजस्थान के संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों का मानना है कि विकसित भारत के लिए विरासत और विकास दोनों जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि मेवाड़ गौरवशाली इतिहास और विरासत से परिपूर्ण है। इसके समेकित विकास की मंशा से ही महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट की घोषणा की गई है। यह काम बहुत पहले ही होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब इसकी शुरुआत हुई है। महाराणा प्रताप सर्किट की पूर्ण कार्ययोजना बनाकर समय सीमा तय करते हुए कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आमजन से इस संकल्प को पूर्ण करने में नैतिक सहयोग का आह्वान किया। जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी और धरोहर प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
राजतिलक स्थली का अवलोकन:
उप मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप के राजतिलक स्थली का भ्रमण कर अवलोकन किया। वहां बनी प्राचीन छतरियों, बावड़ी आदि को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके मूल स्वरूप को संरक्षित करते हुए विकास प्रस्ताव तैयार किए जाने पर जोर दिया।
उदयपुर से गोगुन्दा जाते समय मार्ग में उप मुख्यमंत्री दीयाकुमारी का जगह-जगह ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया। बरोड़िया में भोपालसिंह राणा, बड़गांव उप प्रधान प्रतापसिंह राठौड़, शंभूलाल, पिंकी माण्डावत, खुबीलाल पालीवाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आमजन ने उपरणा ओढ़ा कर तथा साफा पहनाकर उपमुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके अलावा मार्ग में कई जगह सड़क किनारे एकत्र स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को देखकर उपमुख्यमंत्री ने काफिला रुकवाकर अभिवादन स्वीकारा।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता