
अजमेर, 11 मई (Udaipur Kiran) । मातृ दिवस के अवसर पर राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने शनिवार को अजमेर जिले के रूपनगढ़ क्षेत्र स्थित कोटड़ी गांव पहुंचकर 85 वर्षीय सुवा दाई मां का सम्मान किया। इस मौके पर उन्होंने सुवा दाई मां को त्याग, समर्पण और मातृत्व की जीवंत प्रतीक बताते हुए उनके सेवाभाव को समाज के लिए अनुकरणीय बताया।
सुवा दाई मां ने बीते छह दशकों में 2800 से अधिक बच्चों के सुरक्षित प्रसव कराकर निःस्वार्थ सेवा और मातृत्व का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने महज 24 वर्ष की उम्र में इस सेवा कार्य की शुरुआत की थी, जब गांवों में चिकित्सा सुविधाएं, बिजली और साफ-सफाई का घोर अभाव था। उनका पहला प्रसव मीरा देवी का था, जो वर्तमान में 61 वर्ष की हैं।
वर्तमान में भी सुवा दाई मां कोटड़ी, झाखोलाई, भेरवई और करडाला सहित आसपास के गांवों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव में सहायता करती हैं। साथ ही वे गर्भावस्था, पोषण, स्वच्छता और प्रसवोत्तर देखभाल से संबंधित परामर्श भी देती हैं। सरकारी चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता के बावजूद ग्रामीण महिलाएं आज भी सुवा दाई मां पर पूर्ण विश्वास बनाए हुए हैं।
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि सुवा दाई मां का जीवन हमें यह सिखाता है कि असली नायक वे होते हैं जो बिना किसी प्रचार-प्रसार के अपने कर्म से समाज में अमिट छाप छोड़ते हैं। बिजली, अस्पताल और संसाधनों के अभाव में लकड़ी की रोशनी और उबले पानी के सहारे रात-रात भर जागकर प्रसव कराना न केवल साहसिक कार्य था, बल्कि मातृत्व की सच्ची सेवा भी थी।
उन्होंने कहा कि सुवा दाई मां ने अपने कार्य के बदले कभी भी पारिश्रमिक नहीं लिया और उनका यह निस्वार्थ योगदान आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों से कम नहीं है।
इस मातृ दिवस पर हमें ऐसे मौन नायकों को पहचानने और उनका सम्मान करने का संकल्प लेना चाहिए।
समारोह में संस्था के संस्थापक तेजाराम माली, ऑपरेशन हेड संजय मालाकार, प्रधान श्री रामचंद्र थाकन, पूसा राम, सरपंच प्रतिनिधि भंवरलाल, पूर्व सरपंच बनवारीलाल, स्वप्ना, गोरधलाल सहित कोटड़ी ग्राम के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / संतोष
