Uttrakhand

ऑनलाइन व्याख्यान में दवाओं के लिये जंगलों की निर्भरता हुई रेखांकित

डॉ. बीएस कालाकोटी।

नैनीताल, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय के इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेल तथा विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय के तत्वावधान में गुरुवार को ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन हुआ, जिसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय एलुमनी सेल के अध्यक्ष, फ्लोरा ऑफ नैनीताल’ पुस्तक के लेखक एवं मिनार्ड कंपनी बाजपुर के निदेशक डॉ. बीएस कालाकोटी ने ‘बायोप्रोस्पेक्टिंग-डिस्कवरी ऑफ ड्रग्स’ विषय पर विस्तृत जानकारी दी।

डॉ. कालाकोटी ने अपने व्याख्यान में बताया कि आज भी 75 फीसद दवाओं के लिए कच्चा माल जंगलों से लिया जा रहा है। उन्होंने डाइट्री सप्लीमेंट्स, न्यूट्रासूटिकल्स और औषधि अनुसंधान के क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों को रेखांकित किया और बाजार में नई दवाओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले शोध की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने लैवेंडर ऑयल, केडर ऑयल और जेरानियम ऑयल जैसे औषधीय तेलों की जानकारी भी दी।

कार्यक्रम का संचालन विजिटिंग प्रोफेसर निदेशक प्रो. ललित तिवारी किया। ऑनलाइन व्याख्यान में डॉ. एसएस सामंत, प्रो. एसडी तिवारी, प्रो. सुषमा टम्टा, प्रो. वीणा पांडे, प्रो. गीता तिवारी, डॉ. लज्जा भट्ट, प्रो. नीलू उपाध्याय, डॉ. संतोष उपाध्याय, डॉ. नवीन पांडे, डॉ. बलवंत कुमार, बृजलाल, डॉ. मंजूषा, डॉ. पूनम मेहरोत्रा, डॉ. श्रीकर पंत, आनंद कुमार, डॉ. नंदन मेहरा, डॉ. दिव्या पांगती, डॉ. नेत्रपाल, डॉ. कृष्ण, डॉ. गौरव, डॉ. हरीश जोशी, डॉ. हरिप्रिया पाठक, डॉ. कुबेर गिनती, डॉ. लता राणा, डॉ. नवनीत बेलवाल, डॉ. निधि वर्मा, हेम भट्ट और सुनिधि सहित अन्य गणमान्यों सहित कुल 101 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

—————

(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

Most Popular

To Top