– लोक निर्माण से लोक कल्याण के संकल्प को सिद्धि तक ले जाएंगेः मंत्री राकेश सिंह
– प्रदेश के समस्त संभागों में एक साथ आयोजित हुई अभियंता प्रशिक्षण कार्यशाला
भोपाल, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग की संभाग स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन प्रशासनिक अकादमी भोपाल के साथ प्रदेश के समस्त संभागीय मुख्यालयों में एक साथ किया गया। ये प्रशिक्षण कार्यशालाएं सड़क, भवन और पुल निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण और परियोजना प्रबंधन के विषय पर केंद्रित थी। इनसे विभाग में गुणवत्ता नियंत्रण, पारदर्शिता, जवाबदेही, नवीन तकनीकों के उपयोग और अन्य राज्यों के अध्ययन से सीखे गए अनुभवों के साथ विभाग में किये जा रहे अन्य सकारात्मक प्रयासों से समस्त उपस्थित अभियंताओं को अवगत कराया गया।
प्रशिक्षण कार्यशालाओं का प्रदेश के सभी संभागों में एक साथ आयोजन किया गया, जहां प्रमुख अभियंता सहित समस्त मुख्य अभियंताओं ने अन्य परिक्षेत्र मैं जाकर विभाग के अभियंताओं को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में ईएनसी से लेकर उपयंत्री स्तर तक के 1570 इंजीनियर शामिल हुए।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रशिक्षण कार्यशालाओं को एक साथ संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की सड़कें, पुल और भवन संरचनाएं केवल भौतिक निर्माण नहीं हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र के सपनों को साकार करने के साधन हैं। उन्होंने प्रदेश के भविष्य के निर्माण में अभियंताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जब आप कोई सड़क बनाते हैं, तो वह केवल लोगों को जोड़ने का माध्यम नहीं होती, बल्कि यह संभावनाओं का मार्ग बन जाती है।
मंत्री सिंह ने नवाचार और आधुनिक तकनीकों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आज का युग नवाचार का युग है। नवीन तकनीकों को अपनाकर हम बेहतर निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने अभियंताओं से कहा कि वे निर्माण प्रक्रिया में सस्टेनेबिलिटी, रीसाइक्लिंग और री-यूज को प्राथमिकता दें।
उन्होंने “गुणवत्ता, पारदर्शिता और जवाबदेही” को विभाग का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि हर निर्माण परियोजना आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग निविदा शर्तों में सकारात्मक बदलाव की तैयारी कर रहा है जिसके तहत कार्य की गुणवत्ता के लिए सख्त मापदंड तय किए गए हैं साथ ही निर्माण सामग्री की कड़ी जांच और प्रयोगशालाओं के उन्नयन जैसे कदम भी उठाए हैं।
मंत्री सिंह ने पारदर्शिता की दिशा में उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए लोकपथ मोबाइल की चर्चा की जो ने केवल सड़कों की बेहतर स्थिति सुनिश्चित करती है, बल्कि जनता को विभागीय कार्यों में भागीदार भी बनाती है। उन्होंने कहा कि लोकपथ ऐप ने कम समय पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर ली है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पास प्राकृतिक संपदा, सांस्कृतिक विरासत और मेहनती अभियंताओं का अद्वितीय संगम है। “यह समय है कि हम सब मिलकर ‘विकसित मध्यप्रदेश से विकसित भारत’ के लक्ष्य को साकार करें।” उन्होंने अभियंताओं से कहा कि वे अपने कार्य को केवल एक नौकरी न समझें, बल्कि इसे समाज और प्रदेश के प्रति अपनी जिम्मेदारी के रूप में देखें।
मंत्री सिंह ने कहा कि विभाग के इंजीनियरों के लिए CRRI, IIM और IIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मिलकर तीन और पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इनका उद्देश्य अभियंताओं को आधुनिक तकनीकों और नवीनतम मापदंडों से अवगत कराना है।
उन्होंने अभियंताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि “मानवता की सबसे बड़ी सेवा अपने कार्य से समाज को ऊपर उठाना है।” उन्होंने भरोसा जताया कि मध्यप्रदेश का लोक निर्माण विभाग, टीम भावना के साथ, प्रदेश को इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास में देश का अग्रणी राज्य बनाएगा। मंत्री सिंह ने आज कार्यशाला में प्रतिभागियों में से रैंडमली कुल 7 प्रतिभागियों एवं 1 प्रशिक्षक से प्रशिक्षण के संबंध चर्चा कर उनके अनुभवों एवं फीडबैक के बारे मैं जानकारी प्राप्त की।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए विशेषज्ञ प्रशांत पोल ने कहा कि मध्य प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के कार्यों में गुणवत्ता को और अधिक सुधारने के उद्देश्य से मंत्री राकेश सिंह के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण अभियान की शुरुआत हुई है। उन्होंने अभियंताओं को उनकी कार्यकुशलता और समर्पण के प्रति प्रेरित करते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य संस्कृति विकसित करने, नवीन तकनीकों को अपनाने और समयबद्ध योजना पर जोर दिया।
विशेषज्ञ पोल ने अभियंताओं की सराहना करते हुए कहा कि हमें ऐसे मॉडल तैयार करने चाहिए, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनें। उन्होंने कहा कि भारतीय अभियंता असंभव को संभव कर सकते हैं। गुणवत्ता के साथ कार्य करने की अपील करते हुए श्री पोल ने विश्वास जताया कि मध्य प्रदेश का लोक निर्माण विभाग देशभर में एक मॉडल के रूप में उभरेगा। उन्होंने सभी अभियंताओं को गर्व से अपने कार्य में उत्कृष्टता लाने के लिए प्रेरित किया।
प्रशिक्षण कार्यशाला
प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रमुख अभियंता सहित समस्त मुख्य अभियंताओं द्वारा कार्यशालाओं मैं उपस्थित अभियंताओं को प्रेजेंटेशन से विभाग में गुणवत्ता नियंत्रण, पारदर्शिता, जवाबदेही, नवीन तकनीकों के उपयोग और अन्य राज्यों के अध्ययन से सीखे गए अनुभवों के साथ विभाग मैं किये जा रहे अन्य सकारात्मक प्रयासों की जानकारी विस्तार से दी गई।
यह कार्यशाला प्रदेश के सभी संभागों में एक साथ आयोजित की गई। प्रमुख अभियंता सहित समस्त मुख्य अभियंताओं ने उनको आवंटित संभागों में जाकर विभागीय अभियंताओं को नई तकनीकों और प्रक्रियाओं के प्रशिक्षण के साथ निर्माण प्रक्रियाओं को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी विवरण, बेहतर सामग्री चयन और उन्नत उपकरणों के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया।
भोपाल संभाग में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन प्रशासनिक अकादमी के स्वर्ण जयंती सभागार में हुआ। राज्य स्तर से पधारे विभाग के ईएनसी श्री केपीएस राणा एवं मुख्य अभियंता एनडीबी श्री बीपी बौरासी ने सभी सहभागियों को प्रेजेंटेशन से लोक निर्माण विभाग में किए जा रहे नए प्रयासों, नवाचारों और गुणवत्ता नियंत्रण के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया।
(Udaipur Kiran) तोमर