जोधपुर, 04 अगस्त (Udaipur Kiran) । राई का बाग रेलवे स्टेशन का नाम राईका बाग करने को लेकर पिछले लंबे समय से चल रहा आंदोलन अब तेज होता जा रहा है। रविवार को राईका समाज की ओर से जोधपुर में महा पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें निर्णय लिया गया कि आगामी दिनों में प्रत्येक जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद रैली निकालकर डीआरएम कार्यालय के सामने रेल मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि दो सितंबर को जोधपुर में महापड़ाव होगा, जिसमें भारी संख्या में राईका समाज के लोग एकत्रित होंगे और फिर भी बात नहीं बनी, तो 6 सितंबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा।
रैली में शामिल हुए समाज के लोगों का कहना था कि राईका बाग रेलवे स्टेशन का नाम रेलवे की ओर से बदल दिया गया है, जबकि यह उनके समाज की अस्मिता से जुड़ा मुद्दा है। इसलिए इस रेलवे स्टेशन के नाम में सुधार किया जाना चाहिए। उसको लेकर कई बार रेल मंत्रालय, डीआरएम और राज्य सरकार को पत्र लिखने के बावजूद अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है। ऐसे में आज बड़ी संख्या में एकत्रित होकर समाज के लोग डीआरएम ऑफिस तक पहुंचे। वहीं प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस और रेलवे की फोर्स डीआरएम ऑफिस के बाहर तैनात रही। रैली में शामिल हुए लोगों ने डीआरएम ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया। वहीं रेल मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने रेल मंत्री का पुतला भी जलाया।
अब होगा उग्र आंदोलन
समिति के संयोजक लाल सिंह ने बताया कि रेलवे कोई भी सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह अभी तक अपनी गलती छुपाने के लिए रेवेन्यू बोर्ड के दस्तावेज का उपयोग नहीं कर रहा है। सरकार को भी रेलवे ने सही जानकारी नहीं दी है। विधानसभा में मंत्री जोगाराम पटेल की ओर से गलत जवाब दिया गया है। राजस्थान सरकार की ओर से भारत सरकार को राई का बाग रेलवे स्टेशन का राईका बाग रेलवे स्टेशन करने को लेकर कोई भी पत्र नहीं लिखा गया है। अगर प्रदेश सरकार और रेलवे ने तय समय तक निस्तारण नहीं किया तो उग्र आंदोलन होगा।अब गांव गांव जाकर समाज के लोगों को इस मुद्दे पर पीले चावल देकर निमंत्रण देंगे और रेल रोको आंदोलन शुरू किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / सतीश