भोपाल, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नियमितिकरण सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक बुधवार को गांधी जयंती के मौके पर राजधानी के आंबेडकर पार्क में एकत्रित हुए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। अतिथि शिक्षक सीएम हाउस तक न्याय यात्रा निकालते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष अपनी मांगें रखना चाहते हैं। अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। आंबेडकर पार्क के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने कुछ दूरी पर बैरिकेडिंग भी कर रखी है।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की होने की बात भी सामने आई है। इस बीच अतिथि शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान पर तंज कसते हुए ‘कब्जा करने आए हैं, कब्जा करके जाएंगे’ के नारे लगाए। पुलिस ने बैनर लगाकर प्रदर्शनकारियों के आंदोलन को गैरकानूनी बताकर गोली चलाने की चेतावनी भी दी। हालांकि, कुछ ही देर बाद में बैनर से वो हिस्सा हटा दिया गया।
अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार ने बताया कि 10 सितंबर को तिरंगा यात्रा के बाद प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने जिन बातों पर सहमति दी थी, उस संबंध में अब तक आदेश जारी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बैठक में 10 माह के अनुबंध, स्कोर कार्ड में 10 अंक प्रतिवर्ष जोड़ने , 10 वर्ष के अधिकतम सौ अंक जोड़ने, 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले करीब 12 हजार अतिथि शिक्षकों को पुनः अवसर देने सहित कई मांगों पर सहमति बनी थी। अब तक इस संबंध में कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है। सरकार अतिथि शिक्षकों के साथ लगातार वादाखिलाफी कर रही है। अब हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।
अतिथि शिक्षक स्कूल शिक्षा मंत्री के उस बयान से भी आहत व आक्रोशित हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेहमान बनकर आए हो तो घर पर कब्जा करोगे क्या? इसके विरोध में अतिथि शिक्षकों ने तमाम जिलों में बीजेपी जिला अध्यक्षों, विधायकों और कलेक्टर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर संज्ञान लेने का आग्रह किया था। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि स्कूल शिक्षा मंत्री हमारा अपमान न करें, बल्कि हमारे साथ न्याय करें। आंबेडकर पार्क में एकत्रित अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेशाध्यक्ष केसी पवार ने कहा कि यदि सरकार जल्द अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो हम भोपाल की सड़कों पर आमरण अनशन करेंगे।
अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी पहुंचे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए सरकार से मांगें पूरी करने की अपील की। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी से आग्रह करता हूं कि अतिथि शिक्षकों की मांगों को स्वीकार करें। यह मांगें और कुछ नहीं पिछली बीजेपी सरकार के वादे हैं। चुनाव से पहले बीजेपी ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा करें।
(Udaipur Kiran) तोमर