चित्तौड़गढ़, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । चित्तौड़गढ़-दुग्ध उत्पादक संघ (चित्तौड़ डेयरी) में मंगलवार को किसानों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। डेयरी के प्रबंध निदेशक को हटाने की मांग को लेकर किसान जिला कलक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां डेयरी के एमडी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हटाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़ डेयरी में विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहे है। पिछले दिनों डेयरी से दूध की आपूर्ति देने वाले वाहन चालकों की हड़ताल करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं मंगलवार काे राजस्थान दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सचिवों ने प्रदर्शन कर दिया। एमडी का तबादला करने और समस्याओं के निराकरण की मांग की है। बड़ी संख्या में सचिव बोजुंदा स्थित डेयरी प्लांट के समझे एकत्रित हुए। यहां बैठक कर विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। बाद में सभी डेयरी कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। डेयरी के अधिकारियों ने इनसे समझाइश का प्रयास किया। डेयरी के बाहर जम कर नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को रखा। यहां बड़ी संख्या में मौजूद समितियों के सचिवों ने एमडी पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि डेयरी को लगातार गर्त में डाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में लेबर कॉन्टेक्ट 4 प्रतिशत कमीशन पर चल रहा था, जिसे 16 अगस्त 2024 से 10 प्रतिशत में देकर संघ को आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि टैंकर चोरी के प्रकरण में टेंडर की शर्ताें के अनुसार कार्यवाही नहीं कर के टैंकर ठेेकेदारों के साथ मिल कर घोटाला किया है। वहीं एमडी ने दूध परिवहन ठेकेदारों की फेट के नुकसान को कम करते हुए संघ को आर्थिक नुकसान किया है। उन्होंने एमडी पर चहेते ठेकेदारों के साथ मिली भगत करने, कमीशन के बदले घी थोपा जाने, किसानों को दूध क्रय की सबसे कम दरें देने, बीएमसी, दूध परिवहन व ठेके अपने चहेतों को संघ का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
जिसने पकड़ी चोरी, उन्हें बाहर करने का आरोप
ज्ञापन में दुग्ध उत्पादक समितियों के सचिवों ने आरोप लगाया कि दुग्ध संघ के एमडी द्वारा टैंकर में अलग चेंबर बना कर चोरी करवाई जा रही थी और यह चोरी पकड़ी गई। इससे आहत होकर सभी आरपी काे बाहर का रास्ता दिखाया गया। दस दिन पूर्व ही इन आरपी के वेतन वृद्धि की सिफारिश की। दस दिन में ऐसा क्या हो गया कि आरपी को हटा दिया गया। वहीं उन्होने यह भी आरोप लगाया कि संघ के वाहन को सप्ताह में 3-4 बार राजनीतिक उपयोग और खुद के उपयोग के लिए जयपुर तक ले जाया जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री संबल योजना में 5 रुपये प्रति लीटर की दर से जल्दी भुगतान कराये जाने की भी मांग की है। प्रदर्शन करने के दौरान प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा जिले के कई सचिव मौजूद रहे।
इस संबंध में एमडी चित्तौड़ डेयरी सुरेश सेन ने बताया कि टैंकर से दूध चोरी मैनें स्वयं पकड़ी और पैनल्टी वसूली है और टैंकर दुग्ध संघ में खड़े हैं। अन्य दुग्ध संघ की तुलना में मेन पावर टेंडर बहुत ही कम दर पर है। बारीकी से दरों का अध्ययन किया गया था। दूध परिवहन के टैंकरों को लेकर टैंडर काफी समय बाद हुए हैं। निविदा शर्तों का सरलीकरण कर के आरटीपीपी एक्ट के तहत नियमानुसार किए। इसमें दरें 2021 से भी कम प्राप्त हुई, जिससे संघ को लाखों रुपये प्रतिमाह का फायदा हुआ है। सभी कार्य संघ के हित में किए हैं।
(Udaipur Kiran) / अखिल