
भागलपुर, 15 मई (Udaipur Kiran) । होमगार्ड की बहाली में हो रही देरी के विरोध में गुरुवार को जिले के सभी प्रखंडों से आए सैकड़ों अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान अभ्यर्थियों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से जल्द बहाली प्रक्रिया पूरी करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हमलोग 13 वर्षों से बहाली का इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन अब तक किसी प्रकार की नियुक्ति नहीं की गई है। यह हमलोगों के साथ अन्याय है। प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने जमकर नौकरी नहीं तो वोट नहीं और हमारा हक हमें दो जैसे नारे लगाए। उनका कहना था कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो वे आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे और अपनी आवाज को और तेज़ करेंगे।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए समीक्षा भवन में अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि बहाली प्रक्रिया को लेकर जल्द कोई ठोस कदम उठाया जाएगा। जिलाधिकारी के इस आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी कुछ हद तक शांत हुए। लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि जब तक उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिलता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थियों ने बताया कि 2011 में होमगार्ड की बहाली के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। शारीरिक परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन जैसी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। लेकिन फिर भी अब तक अंतिम चयन सूची जारी नहीं की गई। उनका आरोप है कि सरकार इस बहाली को लेकर गंभीर नहीं है और बार-बार सिर्फ आश्वासन देकर समय बिताया जा रहा है। अभ्यर्थियों में काफी ग़ुस्सा देखा गया और उनका कहना है कि उनका धैर्य अब टूटने की कगार पर है।
कई युवाओं ने बताया कि वे अब ओवर एज हो चुके हैं और यदि यह नौकरी नहीं मिलती है तो उनके पास आगे कोई विकल्प नहीं बचेगा। प्रदर्शन के माध्यम से अभ्यर्थियों ने सरकार को सीधा संदेश दिया है कि यदि उन्हें उनका न्यायिक हक और रोजगार नहीं दिया गया, तो वे लोकतांत्रिक तरीके से सरकार के खिलाफ जन आंदोलन करेंगे और मतदान के समय इसका जवाब देंगे
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
