
सोनीपत, 22 मार्च (Udaipur Kiran) । खरखौदा
शहर के भगवान परशुराम पार्क में शनिवार को मास्टर महेंद्र सिंह की अध्यक्षता में क्षेत्र
के विभिन्न गांवों के प्रबुद्ध लोगों की एक पंचायत आयोजित हुई। इस पंचायत में भाजपा
द्वारा गोहाना को जिला बनाने और खरखौदा क्षेत्र को इसमें शामिल करने के प्रस्ताव का
कड़ा विरोध किया गया।
पंचायत
को संबोधित करते हुए बेदी गोपालपुर ने कहा कि गोहाना को जिला बनाने में किसी को आपत्ति
नहीं है, लेकिन खरखौदा को इसमें शामिल करना स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनेगा।
गोहाना से खरखौदा की 40 किलोमीटर दूरी होने के कारण जिला संबंधी कार्यों में लोगों
को असुविधा होगी, जबकि सोनीपत केवल 18 किलोमीटर दूर है और अधिक सुविधाजनक है।
कामरेड
हंसराज राणा फिरोजपुर बांगर ने चेतावनी दी कि जब तक सरकार लिखित आश्वासन नहीं देती
कि खरखौदा सोनीपत जिले में रहेगा, तब तक संघर्ष कमेटी बनाकर विरोध जारी रहेगा। विकेश
दहिया रोहणा ने इसे क्षेत्र के साथ अन्याय करार देते हुए कहा कि खरखौदा को गोहाना में
शामिल करने के बजाय इसे स्वतंत्र जिला बनाया जाए और गोहाना सहित अन्य क्षेत्र इसमें
शामिल किए जाएं। रोहतास नेता रोहणा ने कहा कि यह विरोध व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए नहीं,
बल्कि भावी पीढ़ियों के भविष्य के लिए है। उन्होंने कहा कि गोहाना का गजट नोटिफिकेशन
जारी होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
पंचायत
में यह भी बताया गया कि खरखौदा में 18,000 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक मॉडल टाउनशिप
(आईएमटी) शुरू हुई है, जो क्षेत्र के विकास की संभावनाओं को बढ़ा रही है। दिल्ली से
नजदीकी को देखते हुए खरखौदा को जिला बनाने की मांग उठी। अगली पंचायत 30 मार्च को इसी
स्थान पर होगी, जिसमें संघर्ष कमेटी का गठन और आगे की रणनीति तय की जाएगी। इसलिए गोहाना
को जिला न बनाकर खरखौदा को जिला घोषित किया जाना चाहिए। इस मौके पर बलवान नंबरदार सेहरी,
रमेश, राजकुमार सिसाना, बल्ले पहलवान रोहणा, डॉ महेंद्र, करतार सिंह, राजू, देवेंद्र,
बेदी ,रामदिया गोपालपुर, देवेंद्र नकलोई व अन्य विभिन्न गांव के प्रबुद्ध व्यक्ति मौजूद
रहे।
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
