Uttrakhand

अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव ऐरठा को मोटर मार्ग से जोड़ने की उठाई  मांग

ऐसे तय करना पड़ता है ग्रामीणों को ऐरठा तक का सफर।

गांव तक पहुंचने के लिए पांच किमी चलना पड़ता है पैदल

गोपेश्वर, 03 जनवरी (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के देवाल विकास खंड के अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव ऐरठा वर्तमान समय तक मोटर मार्ग से नहीं जुड़ पाया है। ग्रामीणों ने शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजकर ऐरठा गांव को सड़क से जोड़ने की मांग की है।

ग्रामीण मुख्य मांग से गांव तक पहुंचने के लिए पांच किलोमीट का सफर पैदल ही तय करना पड़ता है। ऐसे में ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

ऐरठा गांव के सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कुमार, पूर्व प्रधान मदन राम, चंद्री राम, विमला देवा टम्टा, रघुवीर राम ने कहा है कि पदमला-कजेरु-ऐरठा आठ किलोमीटर मोटर मार्ग की स्वीकृति 15 दिसम्बर 2021 को मिली थी। जिसका सर्वेक्षण और डिजिटल मैप का कार्य पूर्ण होकर जैब पिलर डाल दिए गये है।

ग्रामीणों का कहना है कि लोनिवि थराली का कहना है कि ग्राम ऐराठा मोटर मार्ग के निर्माण में पदमला कतिपय लोगों की ओर से आपत्ति जताई जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ लोग अनुसूचित जाति गांव को सड़क मार्ग से न जोड़े जाने की साज़िश रच रहे हैं।

उन्होंने प्रशासन से भी मामले में हस्तक्षेप कर निस्तारण की मांग की है ताकि सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो सके। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में जाने के लिए पैदल रास्ता तक नसीब नहीं है एक ओर सरकार अनुसूचित जाति के गांव की विकास की बात कर रही वहीं अभी तक ऐरठा गांव में मूलभूत सुविधाएं तक सरकार उपलब्ध नहीं करा पा रहीं हैं। ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई जा रही है। ग्रामीणों ने सरकार से यथाशीघ्र सड़क निर्माण का कार्य शुरू करवाने की मांग की है।

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल

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