Chhattisgarh

सिविल अस्पताल कुरुद में शासन के नियमों की हो रही अनदेखी, कार्रवाई की मांग

सिविल अस्पताल कुरुद।

धमतरी, 12 मार्च (Udaipur Kiran) । धमतरी जिले के कुरुद ब्लाक स्थित सिविल अस्पताल में अंतः रोगी भर्ती मरीजों को भोजन दिए जाने केे संबंध में टेण्डर प्रकाशित किया गया है। प्रतिवर्ष यह टेंडर आमंत्रित किया जाता है लेकिन ये बात समझ से परे है कि टेण्डर में स्थानीय को प्राथमिकता शब्द का प्रयोग क्यों किया जाता है, जबकि छत्तीसगढ़ शासन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग मंत्रालय द्वारा जारी छत्तीसगढ़ शासन भण्डार क्रय नियम द्वारा जारी अधिसूचना में इस शब्द का उल्लेख नहीं होता। खुली टेण्डर एक ऐसी प्रक्रिया जिसमे कही से भी प्रतिभागी अपने कार्य अनुसार टेण्डर प्रक्रिया में भाग ले सकता है।

सिविल अस्पताल कुरूद में भर्ती मरीजों को दिया जाने वाला भोजन पर प्रतिवर्ष 15 से 20 लाख रुपये व्यय होता है। इतनी बड़ी राशि के लिये टेंडर के लिये बीएमओ सिविल अस्पताल कुरूद द्वारा बनाए जाने वाले नियम शर्त दो दर्जन से अधिक रहता है लेकिन कुछ ही का पालन होता है। प्रतिवर्ष इस अस्पताल द्वारा जीवन दीप समिति के माध्यम से भोजन को मरीजों के बिस्तर तक ले जाने के लिए स्टील की ट्राली देने एवं जिस समूह को कार्य मिलेगा वे आंतरिक भर्ती मरीजों को पांच खंड वाली थाली में मरीजों के बिस्तर में जाकर खाना परोसेगा, भोजन कि गुणवत्ता प्रभावित न हो इसके लिए शासन द्वारा निर्धारित राशि के विरुद्ध 95 प्रतिशत से कम दर वाले समूहों एवं फर्मों को टेण्डर में सम्मिलित नहीं किया जाएगा जैसे कई नियम शर्त रखते हैं। स्थानीय नेताओं के परिचितों को टेंडर मिलने पर ये सब नियम बीएमओ कागजों पर ही रह जाता है। नियमों का पालन अस्पताल प्रशासन नहीं करा पाता।

आम आदमी पार्टी धमतरी जिलाध्यक्ष विनोद सचदेवने मरीज और उनके परिजनों के पक्ष रखते हुए बताया कि सिविल अस्पताल कुरुद में भर्ती मरीजों को बिस्तर तक भोजन परोसने की बजाय मरीजों और उनके स्वजनों को लाइन लगाकर भोजन परोसा जाता है, जो कि अस्पताल प्रशासन और स्थानीय नेताओं के लिए शर्म का विषय है। टेंडर के संबंध में बीएमओ डाॅ. उमाशंकर नवरत्न का कहना है टेंडर में कहीं के भी समूह भाग ले सकते हैं, पर स्थानीय को प्राथमिकता दिया जाएगी।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

Most Popular

To Top