
मीरजापुर, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जनपद में आयुष महाविद्यालय की स्थापना को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रताप राव जाधव को पत्र लिखकर जिले की भौगोलिक और सामाजिक जरूरतों के मद्देनजर महाविद्यालय खोले जाने की पुरजोर मांग की है।
अपने पत्र में पटेल ने मीरजापुर को सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से पिछड़ा बताते हुए कहा कि यह इलाका अनुसूचित जाति व जनजाति बहुल है, जहां बड़ी संख्या में श्रमिक और असंगठित क्षेत्र से जुड़े परिवार रहते हैं। उन्होंने लिखा कि जिले की विशेष भौगोलिक संरचना, सीमित स्वास्थ्य सेवाएं और खनन क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों की भारी उपस्थिति को देखते हुए यहां एक आयुष महाविद्यालय की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है।
उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति— जिसमें आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, सिद्ध और प्राकृतिक चिकित्सा शामिल हैं— ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों के लिए एक बेहतरीन, सुलभ और कम खर्चीला स्वास्थ्य समाधान है। ऐसे में मिर्जापुर जैसे क्षेत्र में इसकी मौजूदगी बेहद जरूरी है।
अनुप्रिया पटेल ने यह भी उल्लेख किया कि उनके संसदीय क्षेत्र के भ्रमण के दौरान लगातार स्थानीय लोगों, सामाजिक संगठनों और बुद्धिजीवियों ने इस विषय को प्रमुखता से उठाया है। उनका मानना है कि अगर मीरजापुर में आयुष महाविद्यालय की स्थापना होती है, तो इससे न केवल युवाओं को चिकित्सा शिक्षा का नया अवसर मिलेगा, बल्कि आमजन को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
