
जम्मू, 2 मई (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ कांग्रेस नेता और डीडीसी सदस्य सुचेतगढ़, तरनजीत सिंह टोनी ने आज रानी बाग क्षेत्र के 29 विस्थापित परिवारों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जिनके घरों को नवंबर 2019 में जम्मू हवाई अड्डे के विस्तार अभियान के दौरान ध्वस्त कर दिया गया था। प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू के डिप्टी कमिश्नर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें अधिकारियों द्वारा वादा किए गए पुनर्वास योजना के शीघ्र कार्यान्वयन की मांग की गई।
टोनी ने बताया कि इन परिवारों को अपने घरों से निकाले हुए करीब छह साल हो चुके हैं, जहां ये लोग 1947 से रह रहे थे। इनमें कर्नल परवीन सिंह, सरदार गुरदीप सिंह, पियारा सिंह, रतन सिंह, काला सिंह, गुरबचन सिंह, मोहन सिंह, निर्मल सिंह, बाबू राम, प्रकाशो देवी, स्वर्ण सिंह, दत्तार कौर, मिलखी राम, सुदर्शन कुमार, तारा चंद जट्ट, चैन सिंह, जीत लाल, मदन लाल, कुलवंत सिंह, दीवान सिंह, सरदार खजान सिंह, सरदार जसबीर सिंह, सरदार सतपाल सिंह, राम सिंह, सरदार जसबीर सिंह, सतनाम कौर, धर्म पॉल, हरमीत कौर और श्री साईं दास शामिल हैं। प्रशासन द्वारा बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद प्रभावित परिवारों को न तो पर्याप्त मुआवजा दिया गया और न ही वैकल्पिक प्लॉट दिए गए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने बताया कि उनके पुनर्वास के लिए बेली चराना में जमीन की पहचान कर ली गई है और आवंटन के लिए राजस्व विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया है। हालांकि, प्रभावित परिवारों को प्लॉट का भौतिक वितरण अभी भी लंबित है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्रतिबद्धता के अनुसार, प्रत्येक परिवार को 10 मरला भूमि आवंटित की जानी है।
टोनी ने कहा, ये परिवार अत्यधिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, जिनमें से कई लोग बिना किसी आय के स्थिर स्रोत के वर्षों से किराया देने के लिए मजबूर हैं। उनमें से कई बुजुर्ग हैं और उनके पास अपने परिवारों का भरण-पोषण करने का कोई साधन नहीं है। उन्होंने सरकार से बिना किसी देरी के अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने की मांग की। जम्मू के उपायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यान से सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि मामले को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के निर्देश के साथ आवेदन को एसडीएम साउथ को भेज दिया। इसके बाद टोनी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम साउथ मनु हंस से भी मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि भूखंडों के भौतिक आवंटन में तेजी लाने और पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए आवश्यक कदम तुरंत उठाए जाएंगे। टोनी ने विस्थापित नागरिकों के न्याय और सम्मान के लिए अपना रुख दोहराया और परिवारों को उनके उचित पुनर्वास के संघर्ष में निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
