
भरतपुर, 08 जून (Udaipur Kiran) । जिले के बयाना क्षेत्र के पीलूपुरा स्थित कारवारी शहीद स्मारक पर रविवार को आयोजित गुर्जर समाज की महापंचायत के कुछ घंटों बाद क्षेत्र में स्थिति अचानक तनावपूर्ण हो गई। नाराज युवाओं ने दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करते हुए कोटा-मथुरा पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। करीब दो घंटे तक ट्रैक पूरी तरह बाधित रहा, जिससे इस प्रमुख रेल मार्ग पर कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
शाम करीब 4:30 बजे शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक पर सीमेंट के पिलर रख दिए और पटरियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास भी किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भरतपुर के जिला कलेक्टर डॉ. अमित कुमार यादव और आईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में प्रशासनिक और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उत्तर प्रदेश से सपा विधायक अतुल प्रधान के हस्तक्षेप के बाद प्रदर्शनकारियों को शांत किया गया और शाम 6:30 बजे ट्रैक को खाली कराया गया।
इससे पूर्व गुर्जर समाज की आरक्षण एवं अन्य मांगों को लेकर आयोजित महापंचायत में राज्य सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव (ड्राफ्ट) को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह बैंसला ने पढ़कर सुनाया। हालांकि समाज के कुछ युवाओं और सदस्यों ने प्रस्ताव को अधूरा बताते हुए नाराजगी जताई और महापंचायत के समापन के बाद रेलवे ट्रैक पर जाकर विरोध प्रदर्शन किया।
विजय बैंसला ने कहा कि सरकार ने गुर्जर आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की दिशा में सकारात्मक सहमति जताई है और शीघ्र ही कैबिनेट स्तर पर निर्णय की उम्मीद है। उन्होंने समाज के लोगों से अपील की कि आंदोलन को उग्र न बनाया जाए, क्योंकि सरकार संवाद के लिए तैयार है।
सरकार संवाद को तैयार, समाधान संवाद से ही संभव: बेढम
घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि जब सरकार बातचीत के लिए तैयार है, तो आंदोलन की आवश्यकता क्यों पड़ी? उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर सरकार विरोधी माहौल बना रहे हैं। उन्होंने अपील की कि संघर्ष समिति अपने प्रतिनिधियों के नाम तय करे, ताकि सार्थक बातचीत हो सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री समाजों के मुद्दों को लेकर पूरी तरह संवेदनशील हैं। सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की तरह नहीं है, जिसने 2020 में हुए समझौते का पालन नहीं किया। अब जबकि नई सरकार सत्ता में है, समिति का दायित्व बनता है कि मुद्दों को संवाद के जरिए उठाए।
महापंचायत को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किया था। बयाना-हिंडौन स्टेट हाईवे पर पीलूपुरा मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर, वाहनों को कलसाड़ा होते हुए करौली और महवा की ओर डायवर्ट किया गया। वहीं करौली से भरतपुर आने-जाने वाले यातायात को हिंडौन-कलसाड़ा-भुसावर मार्ग से निकाला गया।
भरतपुर कलेक्टर डॉ. अमित कुमार यादव ने बताया कि पटरी पर पहुंचे युवकों को समझाकर हटाया गया और अब रेलवे की तकनीकी टीम ट्रैक की जांच कर रही है। प्रदर्शन के कारण अवध एक्सप्रेस और सौगरिया-निजामुद्दीन एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें रास्ते में रोकी गईं, जबकि कोटा-दिल्ली रूट पर अन्य ट्रेनों की गति धीमी कर दी गई।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
