नई दिल्ली, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीएमई) पूरी तरह से साल 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने शुक्रवार को परिवहन भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि यह विलंब कुछ तकनीकी अड़चनों के आ जाने की वजह से हो रहा है। इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य जनवरी 2023 तय किया गया था लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह समय सीमा कई बार बढ़ाई गई। देरी होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि काम चल रहा है और यह जल्दी पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे के लिए किसानों तथा अन्य लोगों से जमीन का अधिग्रहण किया जाता है, जिसमें कई बार तकनीकी और व्यावहारिक अड़चन आ जाती है। इसके कारण इस तरह की लम्बी दूरी की सड़कों का निर्माण समय पर पूरा करने में विलंब हो जाता है। इस प्रक्रिया में कई राज्य सरकारें शामिल हैं और भूमि अधिग्रहण राज्य का मामला है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की आधारशिला मार्च 2019 में रखी गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के सोहना और राजस्थान के दौसा के बीच पहले खंड का उद्घाटन फरवरी 2023 में किया था। यह भी संयोग ही है कि इसी सप्ताह राजस्थान में भजनलाल शर्मा (भाजपा) सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के एक और खंड का उद्घाटन किया है।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्देश्य वित्तीय और राजनीतिक राजधानियों (मुंबई और नई दिल्ली) के बीच यात्रा के समय को 12 घंटे तक कम करना है।
गौरतलब है कि जुलाई में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि परियोजना का पूरा होने का समय अक्टूबर 2025 है और पूरी परियोजना के 1,368 किलोमीटर में से 80 प्रतिशत हिस्से का निर्माण पहले ही हो चुका है। उस समय उन्होंने कहा था कि कुल 27 खंडों में काम चल रहा है।
संसद के शीतकालीन सत्र में प्रश्नोत्तर के दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी ने स्वीकार किया था कि एक्सप्रेसवे के दिल्ली-वडोदरा (डीवीई) खंड के निर्माण में कुछ “खामियां” थीं। उन्होंने कहा कि आईआईटी खड़गपुर के विशेषज्ञ मानसून के दौरान भारी बारिश के बाद एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड पर कुछ स्थानों पर हुए नुकसान की जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस नुकसान की मरम्मत ठेकेदार अपने खर्च पर कर रहा है। हमने चार ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है और उन्हें काली सूची में डाल देंगे। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव