जम्मू, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । वीरवार को पटाखा खुदरा विक्रेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू नगर निगम के आयुक्त से मुलाकात की। इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू के एसीजी राजस्व (पटाखा बिक्री के लिए अनुमति देने वाले नोडल अधिकारी) से मुलाकात की और उन्हें पटाखा खुदरा विक्रेताओं को होने वाले संभावित नुकसान के बारे में जानकारी दी। खुदरा विक्रेताओं ने जम्मू नगर निगम (जेएमसी) द्वारा लगाए गए लाइसेंस शुल्क और उपयोगिता शुल्क में वृद्धि के बारे में चिंता व्यक्त की जिसके परिणामस्वरूप उन्हें काफी वित्तीय नुकसान हो सकता है।
उन्होंने सुझाव दिया कि जेएमसी द्वारा लाइसेंस शुल्क और बढ़े हुए उपयोगिता शुल्क दोनों को कम किया जाना चाहिए क्योंकि इन खुदरा विक्रेताओं में से 90 प्रतिशत शिक्षित बेरोजगार व्यक्ति हैं। उन्होंने प्रशासन से इन शुल्कों को कम करके उनका समर्थन करने का आग्रह किया। खुदरा विक्रेताओं ने यह भी सुझाव दिया कि उन्हें कुछ राहत प्रदान करने के लिए जेएमसी द्वारा निर्दिष्ट स्थानों पर अस्थायी स्टॉल बनाए जाने चाहिए। ए.सी.जी. ने अपना ज्ञापन जम्मू नगर निगम के आयुक्त को भेजा जिसमें उनसे अनुरोध किया गया कि वे उनकी वास्तविक मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें तथा पांच वर्ष पूर्व की प्रथा के अनुसार अस्थायी स्टॉल बनाने की उनकी याचिका की समीक्षा करें।
जम्मू नगर निगम के आयुक्त के साथ बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने अपने सभी मुद्दों को विस्तार से प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त व्यापार की आड़ में संभावित अवैध गतिविधियों के बारे में चिंताओं सहित अन्य मामलों पर भी चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कुछ व्यक्ति अपने व्यवसाय संचालन का उपयोग मादक पदार्थों की तस्करी के लिए कवर के रूप में कर सकते हैं जो एक गंभीर खतरा पैदा करता है। आयुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि इन बिंदुओं पर गंभीरता से विचार किया जाएगा तथा उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस मामले पर चर्चा करने तथा समाधान खोजने का आह्वान किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा