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पश्चिम बंगाल कोयला घोटाला : मुख्य आरोपित की गैरमौजूदगी के कारण आरोप तय करने में देरी

कोलकाता, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के करोड़ों रुपये के कोयला घोटाला मामले में आरोप तय करने की प्रक्रिया सोमवार को आसनसोल की विशेष सीबीआई अदालत में होनी थी। हालांकि मुख्य आरोपित की गैरमौजूदगी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। मामले के मुख्य आरोपितों में से एक विकास मिश्रा अदालत में पेश नहीं हो सके। उन्हें पिछले सप्ताह पोक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल कोलकाता पुलिस की हिरासत में हैं। यह शिकायत उनकी भाभी द्वारा दर्ज कराई गई थी।

विकास मिश्रा के बड़े भाई और घोटाले के एक अन्य मुख्य आरोपित विनय मिश्रा लंबे समय से फरार हैं। अधिकारियों का मानना है कि विनय मिश्रा ने वनअतु द्वीप की नागरिकता ले ली है और भारतीय नागरिकता छोड़ दी है।

गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए विकास मिश्रा ने दावा किया कि अगर उन्होंने सच उजागर किया, तो पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार गिर सकती है। विशेष अदालत ने अब 10 दिसंबर को आरोप तय करने की अगली तारीख निर्धारित की है। न्यायाधीश ने आदेश दिया है कि उस दिन सभी आरोपितों को शारीरिक रूप से अदालत में पेश होना होगा। यदि विकास मिश्रा पोक्सो मामले में पुलिस या न्यायिक हिरासत में रहते हैं, तो उन्हें अदालत में वर्चुअल माध्यम से पेश किया जाएगा।

सीबीआई द्वारा दाखिल आरोपपत्र में कुल 50 लोगों के नाम हैं, जिनमें से कई ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी) के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। फरार आरोपित विनय मिश्रा का नाम भी आरोपपत्र में है।

अदालत ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि अगली सुनवाई में सभी आरोपित उपस्थिति दर्ज कराएं, ताकि आरोप तय करने की प्रक्रिया को बिना किसी देरी के पूरा किया जा सके।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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