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नागदा, 14 फरवरी (Udaipur Kiran) । उज्जैन जिले के नागदा में शुक्रवार को जैन समाज की एक महिला का मरोणापरांत पहले नेत्रदान किया और बाद में देहदान कर पार्थिव शरीर को आरडीगार्डी हास्पिटल उज्जैन की टीम को सौंप दिया। जब पार्थिव शरीर को रवाना किया तब बैड बाजों के साथ गणमान्यों की उपस्थिति में मुख्य मार्ग से जुलूस निकाल कर विदाई दी गई।
जैन समाज की वरिष्ठ सुश्राविका मनोरमा पति अजीत मारू उम्र 65 का गुरूवार को उज्जैन में उपचार के दौरान निधन हो गया था। उनके परिजनों की सहमति से देहदान किया गया।
शहर के इतिहास में यह पहला देहदान हुआ। यह कार्य अखिल भारतीय श्री राजेंद्र जैन नवयुवक परिषद के राष्ट्रीय नव युवक परिषद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी बृजेश बोहरा व जैन सोशल गु्रप नागदा के अध्यक्ष मनीष चपलोद के प्रयासों से हुआ। बृजेश बोहरा ने हिदुस्थान समाचार संवाददाता को बताया मरणोंपरांत आरडी गार्डी हास्पिटल उज्जैन की टीम ने शहर में पहुंच कर देहदान की प्रकिया को पूरा किया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्धारा देहदान करने वालों को राजकीय सम्मान की घोषणा के बाद यह शहर का पहला मामला है। इस मौके पर बडनगर न्यास गीता भवन से यहां पहुंची टीम ने नेत्रदान की कार्यवाही को अंजाम दिया। नेत्रदान प्रभारी डॉ जीएल ददरवाल की अगुवाई में कार्यवाही हुई। बृजेश ने बताया मनोरमा देवी की जीवित अवस्था में चार दिन पहले ही उनकी स्वीकृति मिली थी।
देहदान के लिए पार्थिव शरीर को रवाना करने के पहले परिजनों ने पुष्पमाला के साथ श्रद्धांजलि दी। आरडी हास्पिटल से आई एमुलेंस में देह को विदा किया। इस मौके पर प्रशासन के अधिकारी एसडीएम बृजेश सक्सेना, सीएसपी बृजेश श्रीवास्तव थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी समेत बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / कैलाश सनोलिया
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