कौशाम्बी, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिला जेल में बंद महिला कैदी गम्भीर हालत में मिली है। उसके गले, हाथ व पैर में चोट के निशान हैं। जेल अस्पताल में इलाज के दौरान होश न आने पर जेल प्रशासन ने महिला कैदी को जिला अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया है। महिला बंदी पति की हत्या मामले में सजा काट रही है।
जेल अधीक्षक अजितेश मिश्रा ने बताया, कैदी फरहा जाफरी पुत्री नेमुल रहमान को अदालत ने एक माह पहले पति की हत्या में दोषी पाए जाने पर 20 साल की सजा सुनाई। कैदी को महिला बैरक में सजा काटने के लिए रखा गया है। शुक्रवार को करीब 5 बजे महिला बैरक से शोर शराबे की आवाज सुनकर बंदी रक्षक पहुंचे। कैदी फरहा बेहोशी की हालत में मिली जिसे इलाज के लिए जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया। काफी देर तक उसे होश न आने पर मंझनपुर स्थित जिला अस्पताल भेजा गया। कैदी की हालत में डॉक्टर ने सुधार बताया है।
कैदी फरहा जाफरी के मुताबिक, बैरक के बाथरूम में उसे अज्ञात लोगों ने बंद कर दिया था। जहां उसके साथ मारपीट व जान से मारने की कोशिश हुई। उसके गले हाथ पीठ व सीने पर चोट के निशान मिले हैं। फरहा हमलावरों को पहचान नहीं सकी। उसका कहना है कि उससे पहले नाक के पास हमला कर बेहोश कर दिया गया था।
ईएमओ डॉक्टर विजय शंकर सिंह ने बताया जिला जेल से एक महिला कैदी को बंदी रक्षक लेकर अस्पताल पहुंचे हैं। उसका इलाज इमरजेंसी में किया जा रहा है। महिला के गले हाथ व अन्य जगहों पर चोट के निशान मिले हैं। जख्म को देखने से ऐसा प्रतीत नहीं होता कि महिला ने खुदकुशी की कोशिश की है। महिला की हालत अब स्थिर है।
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(Udaipur Kiran) / अजय कुमार / विद्याकांत मिश्र