जींद, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । डीसी मोहम्मद इमराज रजा ने कहा कि जींद में बंदर पकडऩे के मामले में घोटाला होने की बात कही जा रही है। इस मामले की जांच स्वतंत्र जांच एजेंसी विजिलेंस से करवाने के लिए लिखा गया है। बंदर पकडऩे का ठेका जिस एजेंसी को दिया गया था, उसने पांच हजार से ज्यादा बंदरों को पकडऩे की बात कही है। इस मामले में स्वतंत्र जांच एजेंसी से ही जांच करवा कर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है।
शहर को कैटलमुक्त तथा बंदरों निजात दिलाने के लिए जल्द टैडर जारी किए जाएंगें।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा मंगलवार को जींद के विकास कार्यों को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। डीसी ने बताया कि मेडिकल कालेज के निकट पैरामेडिकल कालेज की योजना थी लेकिन वह सात या आठ एकड़ जगह है, जो कम है। अब उस जगह पर ट्रामा सेंटर बनाने की योजना है। पैरामेडिकल के लिए लगभग 40 एकड़ जगह चाहिए। अब उस जगह की तलाश की जा रही है। चोरों तरफ हाइवे होने के कारण ट्रामा सेंटर का होना जरूरी है। भिवानी रोड अंडरपास का काम जल्द पूरा करवाया जाएगा। शहर में सार्वजनिक शौचालयों को साफ -सुथरा करने का काम तेजी से चलरहा है।
डीसी ने बताया कि न्यू बस स्टैंड के सामने यू टर्न की सुविधा मिलने जा रही है। यहां पर लोगो को काफी दिक्कतों को सामना करना पड रहा था। 25 जनवरी को बड़ौदी में वाटर वक्र्स के निर्माण कार्य का श्रीगणेश हो जाएगा। जिससे शहर के लोगों को नहरी पेयजल की सुविधा मिलेगी। एकलव्य स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक लेगाने का काम शुरू हो जाएगा। आवारा पशुओं और बंदरों को पकडऩे के लिए टेंडर लगाया जा रहा है। गुरुद्वारे के साथ लगती जमीन पर पार्किंग की सुविधा स्थापित की जा रही है और फायर बिग्रेडस्टेशन को जेडी जेडी पर लाने का इंतजाम किया जा रहा है। गृह और स्थानीय निकाय विभाग द्वारा मिलकर पुराने बस स्टैंड के सामने ट्रैफिक लाइट पर कैमरे लगाए जाएंगें। बत्ती जंप करने वालो के ऑनलाइन चालान भेजे जाएगे। मैडिकल कालेज में भी ओपीडी की सुविधा शुरू हो जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा