Haryana

गुरुग्राम जिला के अंतिम गांव मऊ से डीसी ने शुरू किया रात्रि ठहराव कार्यक्रम 

फोटो नंबर-01: गुरुग्राम के अंतिम गांव मऊ में रात्रि ठहराव कार्यक्रम में खिलाडिय़ों को सम्मानित करते डीसी अजय कुमार।

-प्रभावी शासन को ग्रामीण लोगों के करीब लाना ही मुख्य उद्देश्य

-नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामीणों को सडक़ सुरक्षा के उपायों के प्रति किया जागरुक

गुरुग्राम, 30 जनवरी (Udaipur Kiran) । अंत्योदय उत्थान लक्ष्य के साथ हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ तय समय मे मिले। उनकी शिकायतों का प्राथमिकता के साथ निवारण किया जा सके। इन्हीं उद्देश्य के साथ बुधवार को गुरुग्राम में पटौदी ब्लॉक के अंतिम गांव मऊ में जिला प्रशासन द्वारा रात्रि ठहराव कार्यक्रम का आयोजन किया।

इस कार्यक्रम में डीसी अजय कुमार व डीसीपी दीपक कुमार ने विभिन्न विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुन मौके पर समाधान किया।

गांव मऊ में पहुंचने पर डीसी अजय कुमार का ग्रामीणों ने पगड़ी व फूमालाओं के साथ भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों से रूबरू होते हुए डीसी अजय कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार के सुशासन के उद्धेश्य में रात्रि ठहराव कार्यक्रम महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि अंत्योदय उत्थान के ध्येय में यह एक परिवर्तनकारी प्रयास है जिसका उद्देश्य प्रभावी शासन को ग्रामीण लोगों के करीब लाना है। यही लोकतंत्र की सही परिभाषा है जहां जनता और शासन एक दूसरे के समानांतर दिखाई दे।

जनसेवा को समर्पित समाधान शिविर के साथ ही लोगों के घर द्वार उनकी जन सुनवाई करने के उद्देश्य से रात्रि ठहराव कार्यक्रम के तहत प्रशासन गांव में पहुंच रहा है। डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन हर समय नागरिकों की समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने के लिए तत्पर है। किसी भी नागरिक की किसी भी विभाग से संबंधित यदि कोई समस्या है तो वह बिना किसी हिचक के प्रशासन के समक्ष रखें, उनका समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाएगा।

इस दौरान डीसी ने शिविर में लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉल का निरीक्षण करने उपरान्त ग्रामीणों की 50 शिकायतों की सुनवाई करते हुए उनके निवारण की दिशा में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

गांव में ड्रग्स जैसी सामाजिक बुराइयों को ना पनपने दें ग्रामीण

रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान डीसीपी दीपक कुमार ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि युवाओं में बढ़ती ड्रग्स की प्रवृत्ति को हरहाल में रोकना है। इसके लिए प्रशासन और आमजन को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि गांव में किसी व्यक्ति द्वारा ड्रग्स बेचे जाने की जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस या जिला प्रशासन को दें, ताकि समय रहते उस पर ठोस कार्रवाई की जा सके।

(Udaipur Kiran)

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