रामगढ़, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।
रामगढ़ जिले में शिक्षा को सुदृढ़ और उत्रत करने की दिशा में डीसी चंदन कुमार ने डीएमएफटी के तहत ‘सम्पूर्ण शिक्षा कवच’ कार्यक्रम का शुभारंभ बुधवार को गांधी स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय रामगढ़ में किया गया। यह कार्यक्रम सरकारी विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। जिसमें उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, करियर काउंसलिंग और तकनीकी सहायता जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही साथ इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को 24 x 7 शिक्षक उपलब्ध कराए जाएंगे। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, उप जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रधानाध्यापक, शिक्षक और शैक्षणिक संस्था फिलो के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान डीसी चंदन कुमार ने उपस्थित प्रधानाध्यापकों और विज्ञान शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा, जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले के प्रत्येक छात्र का जीवन बेहतर बनाया जाए। सम्पूर्ण शिक्षा कवच’ कार्यक्रम इसी दिशा में एक सशक्त पहल है। इसके तहत विद्यार्थियों को 24×7 किसी भी समय, कहीं भी लाइव शिक्षकों से जुड़ने और अपनी शैक्षणिक समस्याओं को हल करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी छात्रों की नियमित परीक्षा ली जानी चाहिए, ताकि वे पूरे वर्ष अपनी तैयारी और कमियों के प्रति जागरूक रह सकें। उपायुक्त ने शिक्षकों से यह आग्रह किया कि वे इस तकनीकी प्लेटफॉर्म का स्वयं भी उपयोग करें और इसे बेहतर तरीके से समझें। उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से बच्चों को अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझाने में मदद मिलेगी और इसके परिणामस्वरूप सभी स्कूलों में सकारात्मक शैक्षणिक परिणाम देखने को मिलेंगे।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमारी नीलम ने कहा कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के शैक्षणिक अनुभव को पूरी तरह से बदल देगा। बच्चों को लाइव कक्षाओं के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ 24×7 शिक्षकों से जुड़ने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने इस पहल को शिक्षा में तकनीकी नवाचार का शानदार उदाहरण बताया।
फिलो संस्था के संस्थापक ने कार्यक्रम की कार्यप्रणाली और लाभों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना के तहत कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को लाइव कक्षाओं के माध्यम से इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चे किसी भी समय शिक्षकों से संपर्क कर अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, और करियर काउंसलिंग और व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम इस शैक्षणिक सत्र में 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के लिए चलाया जाएगा। अगले शैक्षणिक सत्र में यह 9 वीं से 12 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए चलाया जाएगा जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि प्रथम चरण में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि वे बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों से आग्रह किया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।इस अवसर पर सभी उपस्थित शिक्षकों, और प्रधानाध्यापकों ने ‘सम्पूर्ण शिक्षा कवच’ पहल की सराहना की।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश