धर्मशाला, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि पोषण अभियान के अन्तर्गत छः वर्ष की आयु वर्ग तक के बच्चों में अल्प पोषण, अनिमिया व कम वजन और किशोरियों, गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं की समस्याओं का निराकरण करने की दिशा में कार्य किए जाएंगे। शनिवार को आईसीडीएस कार्यालय परिसर में पोषण जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाने के उपरांत उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि एक से 30 सितम्बर तक कांगड़ा जिला में चलने वाले इस अभियान के तहत बच्चों के भविष्य को स्वस्थ और सशक्त बनाने लिए पौषाहार की जरूरत को लेकर नागरिकों को जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है इस के लिए स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मानकों में सुधार लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अभियान के माध्यम से जमीनी स्तर पर पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए कांगड़ा जिला प्रशासन के माध्यम से मिशन भरपूर अभियान भी चलाया गया है जिसके तहत कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की देखरेख में पौष्टिक आहार दिया जाता है ताकि बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर हो सके इसकी नियमित तौर पर माॅनिटरिंग भी सुनिश्चित की जा रही है।
इससे पहले डीपीओ अशोक शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए पौषण अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 4226 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पोषण अभियान संचालित किया जाएगा इस अभियान के तहत अन्नप्राशन दिवस, गोद भराई,गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच, समुदाय आधारित दिवस भी आयोजित करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विभाग की ओर से तीन रंग हिमाचली व्यंजन के विषय पर सोशन मीडिया पर एक कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में जिले में एक महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम में विशेष स्तनपान और पूरक आहार के प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
एक पेड़ माॅं के नाम अभियान का किया शुभारंभ
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने आईसीडीएस कार्यालय परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत वृक्षारोपण के साथ एक पेड़ मां के नाम अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पौषाहार किट्स भी वितरित कीं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने काह कि पोषाहार के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण भी स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत जरूरी है तथा सभी नागरिकों को पौधारोपण तथा उनकी उचित देखभाल के लिए आगे आना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया