Madhya Pradesh

दमोहः मशाल लेकर सडक पर निकले संस्कृति मंत्री धमेन्द्र सिंह

दमोह-दिन दहाडे मशाल लेकर सडक पर निकले संस्कृति मंत्री धमेन्द्र सिंह

दमोह, 19 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । प्रदेश के संस्कृति पर्यटन एवं धर्मस्व राज्य मंत्री धर्मेन्द्र सिंह बुधवार को भरी दोपहरी में हाथ में मशाल लेकर नगर की सडकों पर निकले। अन्य नेता एवं उनके भाई भी मशाल दिखाते नजर आये। यह सब नोहलेश्वर महोत्सव के आयोजन के पूर्व समाज में संस्कृति चेतना जागृत करने की बात कर रहे थे।

बुधवार को नगर के प्रमुख मार्ग से निकली यात्रा में मशाल थामने की एवं फोटो खिचाने की होड लगी देखी गयी। इस दौरान पूर्व वित्त मंत्री एवं दमोह विधायक जयंत कुमार मलैया, विधायक हटा उमादेवी खटीक, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम शिवहरे, पशु पालन एवं डेरी राज्य मंत्री लखन पटेल के पुत्र लोकेन्द्र सिंह (लकी), पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटैल, सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों ने स्वागत किया। नगर में जगह-जगह चेतना यात्रा का दमोह के विभिन्न वर्गों ने भी फूल मालाओं और पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। जगह-जगह स्वागत गेट भी बनाए गए।

रैली में पारंपरिक वेशभूषा में कलाकार अग्रिम पंक्ति में चल रहे थे। रैली लोगो के लिये आकर्षण का केन्द्र रहीं। रैली में कलाकार पारंपरिक नृत्य करते हुये चल रहे थे। राज्य मंत्री लोधी ने कहा नोहटा महोत्सव आज से शुरू हो रहा है, इसमें 10 दिन का मेला भी शामिल है। आज सांस्कृतिक चेतना यात्रा के माध्यम से अपनी संस्कृति की याद दिलाने के लिए, संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक चेतना यात्रा निकाली जा रही है, जो निश्चित रूप से अपनी संस्कृति पर गर्व करने की जो परंपरा है, वह निरंतर आगे बढ़ती रहे, इस बात को लेकर यह यात्रा निकाली जा रही है।

नोहलेश्वर महोत्सव-

विदित हो कि नोहलेश्वर महोत्सव जो पूर्व में नोहटा महोत्सव के नाम से जाना जाता था का शुभारंभ तत्कालीन नोहटा से कांग्रेस के विधायक एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री स्व.रत्नेश सालोमन ने शुभारंभ किया था जो अपने समय में एक नई उचांईयों को छूता रहा। देश के अनेक राष्द्रीय कलाकारों ने इस मंच पर प्रस्तुतियां दी थीं। कई वर्षो तक चलने वाला नोहटा महोत्सव सालोमन के स्वर्गवास होने के बाद बंद रहा। इसी बीच कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह ने इसको प्रारंभ की किया लेकिन उनके हारते ही यह फिर बंद हो गया। इसी सीट से विधायक रहे धर्मेन्द्र सिंह लोधी के पिछले कार्यकाल में भी न तो इनको न सरकार को इसकी सुध आयी। गत वर्ष इसको फिर से प्रारंभ किया गया लेकिन स्थानीय कलाकारों एवं समर्पित लोगों की उपेक्षा के चलते लोंगों का रूझान कम दिखायी दिया। इस वर्ष 10 दिवसीय आयोजन को लेकर मंत्री दमोह नगर में सहयोग मांगते मशाल लेकर सडक पर उतरे हैं।

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(Udaipur Kiran) / हंसा वैष्णव

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