
चित्तौड़गढ़, 20 मई (Udaipur Kiran) । चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (चित्तौड़ डेयरी) के अध्यक्ष बद्रीलाल जगपुरा ने डेयरी में हो रही अनियमितता तथा व भ्रष्टाचार के खेल का खुलासा किया। उन्हाेंने इस संबंध में सहकारिता मंत्री पर भी आराेप लगाए।
उन्होंने दस्तावेज के आधार पर आरोप लगाते हुए बताया कि चित्तौड़ डेयरी का दूध कम दामों पर मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में बेचा गया। इसमें डेयरी को तीन रुपये 80 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से घाटा हुआ है। लाखों लीटर दूध को मध्यप्रदेश बेचने व भेजने से लाखों रुपये का चित्तौड़ डेयरी संघ को नुकसान हुआ है। जिले के किसानों से खरीदा गया दूध चित्तौड़ के कंज्यूमर को ही मिलना चाहिए। बाहर अगर भेजना हो तो मुनाफे के तौर पर दूध को बाहर बेचना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि गत दिनों डेयरी परिसर के स्टोर में से देशी घी के 9 टीन भी चोरी हुए हैं। इसकी जानकारी स्टोर मैनेजमेंट के द्वारा डेयरी के एमडी को दी गई। लेकिन एमडी के द्वारा आज दिन तक चोरों के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं करवाई गई है। लगभग 6 माह पूर्व भी डेयरी संघ में दूध के टैंकर में गुप्त रूप से बनाए गए चैंबर में पानी भरा हुआ था। इसको विजिलेंस के द्वारा पकड़ा गया था। इस टैंकर पर संघ के द्वारा शास्ती लगाई गई थी, लेकिन पूर्व के एमडी के द्वारा बिना शास्ती वसूले टैंकर का गेट पास बना कर टैंकर को छोड़ दिया गया। इस मामले के सामने आने के बाद डेयरी चेयरमैन के द्वार एमडी से टैंकर छोड़ने के बारे में पूछा गया तो आनन फानन में एमडी ने टैंकर मालिक फर्म की जमा में से शास्ती काटे जाने की बात कर दूसरे नंबर के टैंकर को डेयरी परिसर में खड़ा करवाया, जो कि नियमों के विरुद्ध है। वहीं कुछ दिनों पूर्व सप्लाई वाहन की जांच के दौरान 32 कैरेट दूध के अतिरिक्त पाए गए थे। इसकी जानकारी भी प्रबंधन के द्वारा डेयरी एमडी को दी गई। लेकिन उस पर भी एमडी के द्वारा कोई एक्शन आज दिन तक नहीं लिया गया है। डेयरी चेयरमैन ने आरोप लगाया कि यह सब कार्य सरकार के लोगों लाभ पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं।
डेढ़ साल में सात एमडी बदले
डेयरी चेयरमैन ने कहा कि करीब डेढ़ साल में अब तक सात एमडी इस डेयरी में बदले जा चुके हैं। यहां कार्यरत एमडी को दबाव में लेकर गलत कार्य करवाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान एमडी प्रमोद चारण ने भ्रष्टाचार की सारी हदों को पार कर के चित्तौड़ डेयरी को लाखों रुपये के नुकसान में धकेल दिया है।
डेयरी चेयरमैन की चेतावनी, लेंगे न्यायालय की शरण
डेयरी चेयरमैन ने एमडी पर आरोप लगाते हुए कहा चित्तौड़ डेयरी का दूध मध्यप्रदेश बेच कर एमडी चारण अब तक डेयरी को लाखों रुपए का नुकसान दे चुकी है। उन्होंने कहा कि इसके बारे में तथ्यों के साथ कोर्ट की शरण लेंगे। अध्यक्ष जाट ने कहा कि वर्तमान एमडी चारण पूरी तरह से सहकारिता मंत्री के इशारों पर काम कर रही है। गत 40 दिनों में एमडी चारण ने मध्यप्रदेश में दूध सप्लाई के ट्रांसपोर्टेशन भाड़े में ही 38 लाख 74400 खर्च कर दिए, जो कि एक दिन का लगभग एक लाख रुपये प्रतिदिन का खर्चा भाड़े के रूप में दिया गया है। इससे डेयरी को 10 लाख 50 हजार का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जब इस मामले का खुलासा हुआ तो उन्होंने हड़बड़ी एमडी ने इसका ठीकरा मार्केटिंग इंचार्ज यूसी व्यास पर फोड़ते हुए उन्हें पद से हटा दिया। वहीं उनकी जगह पर नियमों के विरुद्ध भीलवाड़ा से सेवानिवृत 65 वर्षीय अरविंद गर्ग को लगाया है, जिनकी उम्र नियमों से कहीं अधिक है।
बिना प्रस्ताव के ही कर लिया निर्णय
डेयरी चेयरमैन ने कहा कि डेयरी में किसी भी तरह के निर्णय एमडी स्वयं अकेले नहीं कर सकते। इसके लिए साधारण सभा की बैठक में ही प्रस्ताव पारित कराए जाने चाहिए। लेकिन नियमों को ताक में रख कर एमडी प्रमोद चारण ने अपने स्वार्थ और मंत्री दक के कहने पर सभी निर्णय अपने स्तर पर लेकर डेयरी को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
