प्रेमिका से नहीं करने देते थे बात
सिरसा, 26 सितंबर (Udaipur Kiran) । डबवाली के गिंदड़खेड़ा गांव में डबल मर्डर केस की गुत्थी सुलझ गई है। गिंदड़खेड़ा गांव में दंपती की जान उनके ही इकलौते बेटे ने ली है। बीए प्रथम वर्ष में पढ़ने वाला बेटा मां-बाप के द्वारा अपने प्रेम प्रसंग को लेकर टोका-टाकी से नाराज था। बता दें कि मृतक 45 वर्षीय जसवंत और उनकी पत्नी 41 वर्षीय मलकीत कौर के शव उनके घर से 90 प्रतिशत जली हुई हालत में बरामद हुए हैं। दंपती के 18 वर्षीय बेटे हरपाल ने मंगलवार रात को दूध में नींद की गोलियां डालकर पहले तो अपने माता-पिता को बेसुध किया। फिर उनकी सिर में राड (लोहे की सब्बल) मारकर जान ले ली। इसके बाद दोनों शव बेड पर ही जला दिए।
बाद में अलसुबह चार बजे शोर मचा दिया कि कोई उसके माता-पिता की हत्या कर घर में आग लगा गया। पुलिस पूछताछ में वो दो घंटे में ही टूट गया। पुलिस हिरासत में हरपाल ने बताया है कि उसका डबवाली कॉलेज जाते समय गांव की एक लड़की से अफेयर हुआ था। वो उससे फोन पर बात करता रहता था। इसका पता उसके माता-पिता को लग गया। हरपाल के अनुसार उसके पिता ने उसका फोन छीन लिया। इसके बाद उस पर नजर रखते हुए अपनी प्रेमिका से दूर रहने की कहते। इसी को लेकर पिछले 15 दिन से उसकी अपने माता-पिता से तकरार चल रही थी।
पुलिस ने अपने माता-पिता के हत्यारोपित हरपाल का मोबाइल फोन कब्जे में लिया है। पता चला है कि उसने नशे की गोलियां ऑनलाइन गांव गंगा के एक व्यक्ति से मंगाई थी। हरपाल के अनुसार उसने ढाई बजे के करीब वारदात को अंजाम दे दिया था। फिर चार बजे दीवार फांदकर अपने ताऊ रामसिंह के घर जाकर कहा कि उसके घर में आ लगा दी है। उसने आंगन में हथियार लिए दो आदमी देखने की बात कही। ग्रामीणों ने गुरुद्वारा में मुनादी तक कराई थी।
गिंदड़खेड़ा में दंपती की हत्या मामले मे शाम को पुलिस हरपाल को वापस घर लेकर पहुंची। उसकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद करना था। इसी बीच काफी संख्या में वहां ग्रामीण भी जुट गए। कुछ ग्रामीणों के अनुसार जब लोगों ने हरपाल से हत्या को लेकर पूछा तो उसने कहा कि वो दो माह से रोज इनकी बातों से मर रहा था। उसने कहा कि मुझे इनको मारने का कोई पछतावा नहीं है। डबवाली सदर थाना प्रभारी ब्रहमप्रकाश ने बताया कि इस मामले की पुख्ता जांच की जा रही है। पुलिस की पांच टीमें मामले का भंडाफोड़ करने में जुटी है। मृतकों का बेटा अभी नाबालिग है और उससे भी पूछताछ की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / रमेश डाबर