CRIME

साइबर ठग गिरोह के कॉल सेंटर का पर्दाफाश

jodhpur

जोधपुर, 30 अपै्रल (Udaipur Kiran) । शहर की रातानाडा पुलिस ने मंगलवार देर रात रातानाडा इलाके में गणेश मंदिर के पास एक कॉल सेंटर पर रेड देकर वहां पर साइबर ठग गिरोह का पता लगाया है। चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। देश विदेश में बैठे लोगों से बड़े पैमाने पर गिरोह ठगी कर रहा था। अब तक जांच में पता लगा कि कॉल सेंटर पर कार्य करने वाले लोग अमेरिका समेत अन्य जगहों के लोगों का पर्सनल डेटा हासिल कर ठगी करते थे। इनके पास से मोबाइल जब्त किए गए हैं।

पुलिस द्वारा की गई आरंभिक जांच में यह बताया कि कॉल सेंटर पर कार्य करने वाले लोग एवं युवतियां वाहन चालकों को फ्री कार सर्विस का झांसा देकर 3,500 से 4,000 रुपये की मेंबरशिप बेचते थे। जब वाहन चालक सर्विस के लिए कॉल करते, तो नंबर बंद मिलता था। ठगी के लिए फर्जी सिम कार्ड और किराए के बैंक खाते इस्तेमाल किए जाते थे। इस गिरोह में लड़कियां भी शामिल बताई जाती है। कॉल सेंटर के संचालक गौरव पंजाबी और अमित सिंह उर्फ हनी सिंह हैं, जो वाहन चालकों के डेटा को कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियों को देते थे। गिरोह एक साल से सक्रिय था और देशभर में करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका था।

इस तरह करते ठगी

प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि गिरोह मुख्य रूप से अमेरिकी बुजुर्ग नागरिकों को टारगेट करता था। डाटा बेचकर मिलने वाले अमेरिकी डॉलर से क्रिप्टो करेंसी खरीदते थे। जांच में पता चला कि है विदेशी नागरिकों का डाटा एकत्रित कर उन्हें बेचकर बड़ी कमाई की जा रही है। कॉल सेंटर में बैठी टीम विभिन्न ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से डाटा का वेरिफिकेशन करती और फिर डार्क वेब पर बेच देती थी। जांच में सामने आया कि गिरोह अमेरिका, कनाडा सहित अन्य देशों के नागरिकों का डाटा चुराकर 10 हजार लोगों का डाटा 10 डॉलर में बेचता था। सूचना के आधार पर टीम ने रातानाडा सर्किट हाउस रोड स्थित माइक्रोलॉजिक इंफोटेक के ऑफिस पर दबिश दी। यहां चल रहे कॉल सेंटर में विदेशी नागरिकों के पर्सनल डाटा चुराने, उनका विभिन्न माध्यम से क्रॉस वेरिफिकेशन करने और उस डाटा को डार्क वेब पर बेचने के सबूत मिले।

इन्हें किया गया डिटेन

थानाधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि चार लोगों को डिटेन किया गया है। जिनमें मूलत: बिलाड़ा के रावर हाल बीजेएस कॉलोनी गैलेक्सी स्कूल वाली गली में किराए पर रहने वाले गोपाल शर्मा पुत्र गुदड़मल शर्मा, झाकड़ा अलवर हाल फूल बाग मंडोर लार्ड विलियम्स स्कूल के पास रहने वाले रहने वाले राजकुमार मीणा पुत्र अशोक कुमार मीणा, राममोहल्ला नागौरी गेट के बाहर रहने वाले धीरज राठौड़ पुत्र विष्णुदत्त राठौड एवं टेट हाउस सर्किट हाउस रोड निवासी सौरभसिंह चौहान पुत्र रविंद्र सिंह चौहान को डिटेन किया गया है। गोपाल शर्मा पिछले ढाई तीन साल से यहां पर कार्य कर रहा था। वहीं राजकुमार मीणा और धीरज राठौड़ पिछले दो ढाई साल से डाटा एंट्री का कार्य कर रहे है।

यह सामग्री हुई बरामद

कॉल सेंटर से 32 कंप्यूटर, 8 मॉनिटर, 28 लेपटॉप, 19 पैन ड्राइव, 11 मोबाइल के साथ इन सिस्टम में अमेरिकी नागरिकों के पर्सनल डाटा भी मिले हैं। पुलिस उपकरणों से डाटा निकालने की कोशिश में जुटी है, जिससे गिरोह की पूरी कारस्तानी सामने आ सके। बता दें कि इससे पहले गत साल भी कमिश्ररेट की कुड़ी भगतासनी पुलिस ने सेक्टर 2 और भगत की कोठी पुलिस ने मधुबन में कॉल सेंटर पकड़ा था। जहां पर भी इसी प्रकार से ठगी की जाती थी।

स्काइप, टेलिग्राम से भी जुटाते डाटा

पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि यह गिरोह स्काइप, टेलिग्राम या अन्य माध्यम से डाटा जुटाता था। उसके बाद कॉल सेंटर में अपनी टीम से और दूसरे कुछ ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से उन डाटा का वेरिफिकेशन भी कराता था। इसके बाद उन डाटा को अलग-अलग माध्यम से बेचा जाता था।

(Udaipur Kiran) / सतीश

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