उज्जैन, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । निजी टेलीकॉम कंपनियों के रिचार्ज रेट बढऩे के बाद मोबाइल उपभोक्ताओं का रुझान बीएसएनएल कंपनी की तरफ बढ़ रहा है। उपभोक्ता सावधान रहे। साइबर ठगों ने ठगी का नया पैंतरा अपनाया है। पुलिस के अनुसार वे वॉट्सऐप पर मैसेज या कॉल करते हैं। बातों में उलझाकर आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं। ऐसा हो भी रहा है।
अभी जो लोग ठगा रहे हैं, उन्हे 24 घंटे में सिमकार्ड बंद करने की चेतावनी दी जा रही है। सिमकार्ड चालू रखने के लिए कस्टमर केयर से सम्पर्क करने कहा जाता है। इसके लिए एक नंबर बताया जाता है। उस पर कॉल करने पर, बातों में उलझाकर आपसे ओटीपी ले लिया जाता है। इसके बाद आपके बैंक अकाउंट में जमा सारे रूपए ट्रांसफर कर लिए जाते हैं।
यह मामले पहुंच रहे सायबर सेल के पास
सायबर सेल पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिप्रा विहार उज्जैन निवासी मुकेश पांचाल के वॉट्सऐप पर एक पीडीएफ पहुंची। उसमें उनका केवायसी नहीं होने पर सिम कार्ड ब्लॉक करने का मैसेज था। पीडीएफ पर दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर एक युवती ने फोन अटैंड किया। पांचाल के यह कहने पर की उनका फोन चालू है। युवती ने कहा कि कुछ देर बाद सिम बंद हो जाएगी। इससे पहले जुर्माना जमा कर दें।
बीएसएनएल कस्टम केयर ने बताया साइबर फ्राड
पांचाल काफी समय पहले अपना नंबर बीएसएनएल से एक अन्य निजी टेलीकॉम कंपनी में पोर्ट करवा चुके है। बीएसएनएल से मैसेज आने पर बीएसएनएल कस्टम केयर पर संपर्क कर पीडीएफ फाइल दिखाई तो बीएसएनएल कस्टम केयर के अधिकारी ने फाइल बारीकी से पढ़ी। उसके बाद उन्होने कहाकि यह सब फ्राड है।
ऐसे करें फर्जी पीडीएफ की पहचान
* इसमें उपर की तरफ सत्यमेव जयते की जगह लिखा है….सत्मेव जयते।
* जीओवीटी ऑफ इंडिया की जगह लिखा जीओवीएन।
* कस्टमर केयर की जगह मोबाइल नंबर।
* केवायसी के लिए एक्जीक्यूटिव का नाम दिया है।
(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल / राजू विश्वकर्मा