कानपुर, 04 सितम्बर (Udaipur Kiran) । प्रधानाचार्य के खाते से हुई 2 लाख की ठगी का खुलासा करते हुए साइबर सेल की टीम ने एक सप्ताह के अन्दर पूरा पैसा वापस कराने में कामयाब हो गई। इसके साथ ही महंगे फोन के लालच में स्कूल प्रबंधन का सदस्य साइबर ठग बन बैठा। यह जानकारी बुधवार की शाम सहायक पुलिस आयुक्त अपराध मो. मोहसिन खान ने दी।
उन्होंने बताया कि नगर के एक प्रतिष्ठित स्कूल की प्रधानाचार्य ने साइबर क्राइम थाना में एक सप्ताह पूर्व शिकायत दर्ज कराया था कि उनके स्कूल के ऑफिशियल बैंक खाते से 2 लाख 1 हजार रुपए का अनाधिकृत ट्रांजेक्शन हो गया है। साइबर सेल थाने की टीम ने तहरीर लेकर जांच शुरू कर दी और एक सप्ताह के अन्दर पूरे मामले का खुलासा हो गया और पूरा पैसा वापस कराया गया।
खरीदारी हेतु अमेरिकी वेबसाइट का किया गया था प्रयोग
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जांच की गयी तो जानकारी हुई कि यूबाई नामक अमेरिकन ई-काम वेबसाइट से संदिग्ध धनराशि की शॉपिंग की गयी। जिस पर साइबर क्राइम सेल द्वारा तत्काल उपरोक्त अमेरिकन कम्पनी से आर्डर कैसल कराने हेतु पत्राचार किया गया। जिसमें ज्ञात हुआ कि उक्त आर्डर अमेरिका से भेजा जा चुका है जिसे यहाँ से कैंसिल नहीं किया जा सकता है।
प्रोसिडेड ऑर्डर को साइबर क्राइम सेल ने रुकवाया
अमेरिकन ई-काम कम्पनी से प्राप्त जानकारी के उपरान्त साइबर क्राइम सेल ने तत्काल कम्पनी की भारतीय शाखा दिल्ली व मुम्बई में सम्पर्क किया तो ज्ञात हुआ कि उक्त आर्डर कस्टम डिपार्टमेंट में क्लीयरेंस के लिए वेटिंग में है जिसके बाद साइबर के उच्चाधिकारी ने कस्टम डिपार्टमेंट के अधिकारियों से सम्पर्क किया गया व आर्डर को आगे प्रोसिड होने से रूकवाया गया तथा कस्टम डिपार्टमेंट से समन्वय करते हुए अमेरिकन ई-काम कम्पनी से सम्पर्क कर अथक प्रयास करते हुए आर्डर कैसल कराया गया व पीड़ित के बैंक खाते में पूरा पैसा वापस कराया गया।
साइबर व सर्विलांस की तकनीक से शातिर आया सामने
आवेदिका का पूरा पैसा वापस कराने के साइबर सेल उक्त धोखाधड़ी करने वाले शातिर की पहचान साइबर व सर्विलांस की तकनीकी कार्य करते हुए कर ली जो कि उसी स्कूल के प्रबंधन का एक सदस्य निकला जिसके बाद उक्त कृत करने वाले शातिर व्यक्ति को साइबर क्राइम पुलिस ने हिरासत में लिया जिसमें उसके फोन से अमेरिकन ई-काम वेबसाइट एप व ई-मेल आईडी बरामद हुई।
महंगे फोन के लालच में दिया घटना को अंजाम
साइबर क्राइम सेल द्वारा कड़ाई से पूछताछ की गयी तो आरोपी ने बताया कि उसे महंगे फोन का शौक था लेकिन आमदनी अधिक न होने के कारण फोन नहीं ले पा रहा था। स्कूल प्रबंधन का सदस्य होने के नाते सब उस पर विश्वास रखते थे जिसके कारण मौका देकर उसने घटना को अंजाम दिया। आरोपी को हिरासत में लेकर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल