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कोलकाता, 20 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के बीच संबंधों को लेकर लंबे समय से चर्चा होती रही है। एक बार फिर, इन संबंधों पर राज्यपाल का बयान सुर्खियों में है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ममता बनर्जी के साथ उनके संबंध नए आकाश और नई पृथ्वी को देखेंगे।
राज्यपाल बोस ने बुधवार को कहा, “हमारे संबंधों का पहला साल उज्ज्वल और मधुर था। लेकिन दूसरे साल इन संबंधों पर काले बादल मंडराने लगे। अब तीसरे साल, मुझे उम्मीद है कि यह संबंध नई दिशा में बढ़ेंगे।”
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, राज्यपाल का यह बयान मौजूदा परिस्थिति में बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले कुछ समय में दोनों नेताओं को एक मंच पर साथ नहीं देखा गया है।
शुरुआत में ममता बनर्जी ने आनंद बोस को बांग्ला भाषा सिखाने का बीड़ा उठाया था। लेकिन समय के साथ, राज्य की कानून-व्यवस्था और राजभवन से जुड़े मुद्दों पर उनके बीच खटास बढ़ती गई।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच सबसे बेहतर संबंधों का उदाहरण पेश करना है। उन्होंने कहा कि बंगाल ऐसा राज्य बने जहां दोनों के संबंध देश के लिए प्रेरणा बनें।
दरअसल पिछले साल से, ममता बनर्जी और राज्यपाल बोस के बीच कई मुद्दों पर मतभेद सामने आए हैं। इनमें राज्य की कानून-व्यवस्था और राजभवन के कर्मियों से जुड़े विवाद प्रमुख हैं। हालांकि, राज्यपाल का यह नया बयान इन मतभेदों को खत्म करने की दिशा में उम्मीद की किरण के रूप में देखा जा रहा है।
राज्य के राजनीतिक माहौल में यह बयान कितना प्रभाव डालता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल, दोनों के बीच संबंधों में सुधार की संभावना ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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