
धमतरी, 18 मई (Udaipur Kiran) । धमतरी जिले के नगरी में आंधी-तूफान से गिरे विद्युत पोल के गिरने के चार दिन बाद भी करंट सप्लाई बंद नहीं होने की वजह से इसके संपर्क में आने से दो मवेशियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि ग्रामीण विद्युत विभाग को पोल गिरने की जानकारी देकर विद्युत सप्लाई बंद करने की मांग की थी। ग्रामीणों ने रविवार को इस घटना के लिए विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है क्योंकि जानकारी के बाद भी विद्युत पोल से करंट सप्लाई बंद नहीं किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार नगरी ब्लाॅक अंतर्गत ग्राम फरसियां के वार्ड क्रमांक-चार में प्रदीप सोन के घर के पीछे आंधी-तूफान से सड़क पर गिरे विद्युत पोल में प्रवाहित करंट की चपेट में आने से दो मवेशियों की दर्दनाक मौत हो गई। इससे मवेशी मालिक को भारी नुकसान हुआ है। वार्डवासी प्रदीप सोन, रोहित पारख, ग्राम सरपंच और अन्य लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया है कि विद्युत पोल गिरने की जानकारी विद्युत विभाग को दी गई थी। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने इसके बाद भी विद्युत सप्लाई बंद नहीं किया था। जबकि 15 मई को शाम आए आंधी तूफान में फारसियां में भारी नुकसान हुआ था।
आंधी-तूफान में कई विशालकाय वृक्ष, विद्युत पोल धराशायी हो गई थी। ग्रामीणों ने सड़क में विद्युत पोल गिरने और आवागमन बाधित होने की सूचना विद्युत विभाग को दी थी, पर विभाग के कर्मचारियों ने लापरवाही बरतते हुए गिरे हुए पोल में से विद्युत प्रवाह बंद नहीं किया था, जो विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही है। यही वजह है कि शनिवार रात को गिरे हुए विद्युत पोल में प्रवाहित करंट की चपेट में आने से दो मवेशियों की मौत हो गई। मवेशी मालिक शिव यादव ने शासन-प्रशासन तथा विद्युत विभाग से मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है, क्योंकि उन्हें उनके मवेशियों की मौत होने से भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
