जम्मू, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षिक अध्ययन विभाग ने सातवीं शिक्षा शास्त्रार्थ श्रृंखला के भाग के रूप में छोटे कण और पारिस्थितिकी तंत्र स्वास्थ्य पर उनका बड़ा प्रभाव शीर्षक से एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। मालवीय शिक्षा भवन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य बी.ए. बी.एड. एकीकृत कार्यक्रम के छात्रों को शामिल करना था। शिक्षा विद्यालय द्वारा स्थापित शिक्षा शास्त्रार्थ पहल बौद्धिक चर्चा और शैक्षणिक संवर्धन के लिए एक विशिष्ट मंच के रूप में कार्य करती है।
विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की एसोसिएट डीन और पर्यावरण विज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ. श्वेता यादव इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता थीं। उनकी प्रस्तुति पारिस्थितिकी तंत्र स्वास्थ्य में एरोसोल की महत्वपूर्ण भूमिका और समाज के लिए उनके व्यापक निहितार्थों पर केंद्रित थी। डॉ. यादव ने एरोसोल और जलवायु परिवर्तन के बीच संबंध के साथ-साथ जलवायु कार्रवाई, अच्छे स्वास्थ्य और सतत शहरों और समुदायों सहित सतत विकास लक्ष्यों पर उनके प्रभाव पर चर्चा की। डॉ. यादव के व्याख्यान के बाद प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों ने विभिन्न प्रासंगिक विषयों पर उनसे बातचीत की।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा