धमतरी, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) ।जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पदस्थ सीआरपीएफ के जवान सुरेश सोनवानी एक महीने की छुट्टी पर घर आया था। इस बीच पत्नी के साथ खटपट हो गई। बच्चे को लेकर पत्नी के मायके जाने के बाद परेशान होकर सुरेश ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अर्जुनी पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को पीएम के लिए चीरघर भिजवा दिया।
अर्जुनी थाना के एएसआई उत्तम निषाद ने बताया कि धमतरी जिले के ग्राम देमार निवासी सीआरपीएफ के जवान सुरेश सोनवानी (35 वर्ष ) पुत्र स्व. भुखऊ राम एक महीने की छुट्टी लेकर घर आया था। उसकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के पुलवामा में थी। पिछले तीन साल से उसकी पत्नी विवाद के बाद मायके में रह रही थी। उसका एक सात साल का बालक भी है। छुट्टी में आने के बाद पत्नी को मनाकर फिर घर लाया था। इस बीच 20 दिन पहले पुन: दोनों में तकरार हो गई, जिसके बाद पत्नी बच्चे को लेकर फिर मायके चली गई। इसके बाद वह गुमसुम रहता था।
बुधवार को दोपहर में उसकी मां गांव में मछुआरा सहकारी समिति की बैठक में चली गई। देर शाम होने पर वह अपने देवर के घर में ही रूक गई। इधर, जवान सुरेश सोनवानी ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरूवार को सुबह जब उसकी मां देवर घर से वापस आई, तब कमरे का दरवाजा बंद था। काफी आवाज देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तब घर के पास गुजर रहे गांव के सियान मोहन लाल बंजारे को महिला ने यह बात बताई। जिसके बाद आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। लोगों ने बार-बार आवाज भी दी, लेकिन जब कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, तो कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर में फांसी के फंदे पर सुरेश सोनवानी झूल रहा था। तत्काल इसकी सूचना अर्जुनी थाने में दी गई। कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए चीरघर भिजवा दिया। पीएम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
बताया गया है कि मृतक के बडे़ भाई लखन सोनवानी भी सीएएफ में है। उसकी पोस्टिंग दंतेवाड़ा बस्तर में है। वह भी इन दिनों छुट्टी आया है, जो अपने परिवार के साथ रायपुर में रह रहा था। खबर पाकर वह भी गांव पहुंच गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा