चम्पावत,, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तैनात पाटी के बिसारी निवासी सीआरपीएफ के हवलदार विपिन चंद्र गहतोड़ी की गोली लगने से हुई मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। उनके परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
भैरव दत्त के पुत्र हवलदार विपिन चंद्र, वर्तमान में मैस कमांडर की ड्यूटी पर तैनात थे। तीन दिन पहले सीआरपीएफ कैंप में गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी, जिसमें पहले आत्महत्या का मामला बताया जा रहा था, लेकिन अब परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं है बल्कि हत्या है, और उन्हें आत्महत्या की झूठी सूचना दी गई थी।
परिजनों ने बताया सीआरपीएफ के मुताबिक, हवलदार विपिन चंद्र को उनके दूसरे साथी की बंदूक से गोली लगी थी। इस मामले में सीआरपीएफ ने पुलिस को सूचना दी है, जिसके बाद पुलिस ने तीन जवानों से पूछताछ की है और एक जवान को सस्पेंड कर दिया गया है।
परिजनों ने यह भी सवाल उठाया कि जब मेस कमांडर काे राइफल नहीं दी जाती है, तो आत्महत्या करने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने घटना से कुछ समय पहले हवलदार विपिन चंद्र द्वारा अपनी पत्नी से की गई बातचीत का भी जिक्र किया।
गाैरतलब है कि बुधवार को जवान के पार्थिव शरीर का बनबसा में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दुखद घटना से परिजनों में गहरा शाेक व्याप्त है। हवलदार विपिन चंद्र अपने पीछे दो छोटे बच्चे और परिवार काे छाेड़ गये हैं, जाे वर्तमान में हल्द्वानी में निवास कर रहा है। परिजनों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और आत्महत्या की सूचना को झूठा बताया है।
(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी