West Bengal

आईईडी धमाके में शहीद जवान के परिजनों से मिले सीआरपीएफ प्रमुख

कोलकाता, 3 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में शहीद हुए पश्चिम मेदिनीपुर जिले के जवान सुनील कुमार मंडल के परिजनों से गुरुवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने मुलाकात की। अधिकारियों ने बताया कि डीजी सिंह एक दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल आए थे।

सीआरपीएफ प्रवक्ता एम. दिनाकरण ने बताया, महानिदेशक ने हमारे वीर जवान के माता-पिता, पत्नी और अन्य परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने आश्वस्त किया कि सीआरपीएफ हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा और हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीजी ने बल के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मंडल के परिवार से लगातार संपर्क में रहें और उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखें।

डीजी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह विशेष रूप से पश्चिम मेदिनीपुर जिले के गाछुपरा गांव में स्थित मंडल के घर पहुंचे। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि सीआरपीएफ के शहीद जवानों के परिवारों की देखभाल की जाए।

पिछले महीने भी डीजी ने झारखंड में एक हेड कांस्टेबल के परिवार से मुलाकात की थी, जो फरवरी में छत्तीसगढ़ में एक आईईडी विस्फोट में शहीद हुए थे।

मंडल सीआरपीएफ की 193वीं बटालियन की ‘गोल्फ’ कंपनी में तैनात थे। वे 1991 में सैनिक बल में भर्ती हुए थे।

उनकी शहादत को सलाम करते हुए सीआरपीएफ ने अपने प्रशस्ति पत्र में कहा, उन्होंने खतरनाक हालात में अदम्य साहस दिखाया और कर्तव्य के प्रति अटूट समर्पण का परिचय दिया।

उल्लेखनीय है कि सीआरपीएफ देश में नक्सल विरोधी अभियानों की प्रमुख बल है, जो नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए लगातार अभियान चला रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

West Bengal

आईईडी धमाके में शहीद जवान के परिजनों से मिले सीआरपीएफ प्रमुख

कोलकाता, 3 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में शहीद हुए पश्चिम मेदिनीपुर जिले के जवान सुनील कुमार मंडल के परिजनों से गुरुवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने मुलाकात की। अधिकारियों ने बताया कि डीजी सिंह एक दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल आए थे।

सीआरपीएफ प्रवक्ता एम. दिनाकरण ने बताया, महानिदेशक ने हमारे वीर जवान के माता-पिता, पत्नी और अन्य परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने आश्वस्त किया कि सीआरपीएफ हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा और हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीजी ने बल के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मंडल के परिवार से लगातार संपर्क में रहें और उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखें।

डीजी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह विशेष रूप से पश्चिम मेदिनीपुर जिले के गाछुपरा गांव में स्थित मंडल के घर पहुंचे। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि सीआरपीएफ के शहीद जवानों के परिवारों की देखभाल की जाए।

पिछले महीने भी डीजी ने झारखंड में एक हेड कांस्टेबल के परिवार से मुलाकात की थी, जो फरवरी में छत्तीसगढ़ में एक आईईडी विस्फोट में शहीद हुए थे।

मंडल सीआरपीएफ की 193वीं बटालियन की ‘गोल्फ’ कंपनी में तैनात थे। वे 1991 में सैनिक बल में भर्ती हुए थे।

उनकी शहादत को सलाम करते हुए सीआरपीएफ ने अपने प्रशस्ति पत्र में कहा, उन्होंने खतरनाक हालात में अदम्य साहस दिखाया और कर्तव्य के प्रति अटूट समर्पण का परिचय दिया।

उल्लेखनीय है कि सीआरपीएफ देश में नक्सल विरोधी अभियानों की प्रमुख बल है, जो नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए लगातार अभियान चला रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

Most Popular

To Top