नई दिल्ली, 09 सितंबर (Udaipur Kiran) । अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति भवन में यूएई नेतृत्व की तीसरी पीढ़ी का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है, जो उच्च स्तरीय संपर्क की लंबी परंपरा को जारी रखे हुए हैं, जो यूएई के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी के अनुरूप है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले दशक में हमारे ऐतिहासिक और दूरदर्शी द्विपक्षीय संबंधों में बदलाव आया है, जिसे दोनों देशों के दूरदर्शी नेतृत्व ने आगे बढ़ाया है। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि क्राउन प्रिंस की यात्रा के दौरान, हमने सहयोग के नए क्षेत्रों में कई समझौतों के माध्यम से इस साझेदारी को और आगे बढ़ाया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि लोगों के बीच आपसी संबंध इस रिश्ते की नींव हैं, क्योंकि यूएई में 35 लाख से ज़्यादा भारतीय नागरिक रहते हैं। उन्होंने यूएई नेतृत्व की उनके कल्याण को सुनिश्चित करने, खासतौर पर कोरोना महामारी के कठिन समय के दौरान बरती गई विशेष देखभाल के लिए सराहना की।
दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के समाज समन्वित और बहुसांस्कृतिक विरासत वाले हैं तथा महात्मा गांधी और शेख जायद द्वारा दिखाए गए शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का मार्ग हमारे राष्ट्रीय चरित्र में गहराई से समाया हुआ है।
राष्ट्रपति को अमीराती समाज के सभी पहलुओं में महिलाओं की भागीदारी और योगदान की उच्च दर पर भी प्रसन्नता हुई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने यह प्रदर्शित किया है कि “महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास” समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अधिक प्रभावी परिणाम दे सकता है।
इससे पहले अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने राजघाट पर जाकर एक पौधा लगाया। वह यूएई से राजघाट पर पौधा लगाने वाले तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति शेख जायद और राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने यहां पौधे लगाए थे।
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार