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महाकुम्भ : बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर ऑपरेशन इलेवन से होगा क्राउड मैनेजमेंट

महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण मौनी अमावस्या का स्नान 29 जनवरी को है। अमृत स्नान मौनी अमावस्या के लिए प्रशासन एलर्ट मोड में है। बुधवार से ही जो जिस दिशा में है वो उसी दिशा में स्नान कर रहा हैं और मौनी अमावस्या पर भी प्रशासन का यही प्लान है। मेला क्षेत्र के सभी 30 पांटून पुल पर आवागमन बन्द कर दिया गया है। मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित कर सुविधा पूर्वक स्नान के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण अपने पूर्व नियोजित प्लान पर ही कार्य कर रहा है। पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर गाड़ियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है।    मौनी अमावस्या से पहले ही बुधवार को महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगी है। हर दिशा से श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे हैं। रेलवे स्टेशनों, बस स्टॉप और हाइवे पर श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा सकता है। मौनी अमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।   मेला क्षेत्र बना नो व्हीकल जोन मेला प्रशासन और कुम्भ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं। पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे। श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है। इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा।   आईसीसीसी भीड़ प्रबंधन के लिए सक्रिय स्नान के लिए संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) मॉनिटरिंग कर रहा हैं। भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्यवाही के लिए विशेष दल तैनात  हैं। प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है। साथ ही, अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।   पार्किंग की हैं विशेष व्यवस्था सभी पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है, जहां श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं भी मिल रहीं हैं। ट्रैफिक प्लान के अनुसार पहले सबसे पास की पार्किंग में वहां पार्क कराए जा रहे और इसके बाद दूसरी पार्किंग को उपयोग में किया जा रहा हैं। सभी क्षेत्र में 2000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि लोग सही दिशा में आसानी से जा सकें।

– श्रद्धालुओं के लिए रहेगा वनवे रूट, पांटून पुलों पर नहीं आएगी कोई दिक्कत

– त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात, बैरिकेडिंग बढ़ाई

महाकुम्भनगर, 02 फ़रवरी (Udaipur Kiran) ।महाकुम्भ में बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर ऑपरेशन इलेवन चलाकर क्राउड मैनेजमेंट का स्पेशल प्लान तैयार किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश पर यह योजना बनाई गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन वे रूट तैयार किया गया है। इसके अलावा पांटून पुलों पर मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न आने पाए, इसका भी विशेष इंतजाम किया गया है। सबसे खास बात ये है कि त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाए जा रहे हैं, जहां वरिष्ठ अधिकारी भी टीम के साथ तैनात रहेंगे। बैरिकेडिंग की संख्या भी बढ़ा दी गई है।

ऑपरेशन इलेवन से इस तरह किया जाएगा क्राउड मैनेजमेंट

. वन वे रूट पर सख्ती से होगा अमल

बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर वन वे रूट पर सख्त अमल किया जाएगा। महाकुम्भ में बसंत पंचमी के दिन वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं के सुगम यातायात और अत्यधिक संख्या होने पर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा। अधिकतर पांटून पुलों पर आवागमन जारी रहेगा। साथ ही स्नान करने वाले घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है।

. हर प्रमुख क्षेत्र पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त

न्यू यमुना ब्रिज पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। नैनी से संगम की ओर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए एक अतिरिक्त राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में एक कंपनी पीएसी तैनात की गई है। इसके अलावा दो मोटर साइकिल दस्ते लगातार गश्त करेंगे। यही नहीं, ब्रिज की साइड रेलिंग को सुदृढ़ किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।

. शास्त्री सेतु पर विशेष निगरानी

झूंसी से संगम की ओर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए एक कंपनी पीएसी और एक राजपत्रित अधिकारी की विशेष रूप से तैनाती की गई है। साथ ही दो मोटर साइकिल दस्ते सक्रिय गश्त में रहेंगे।

. टीकरमाफी मोड़ पर भीड़ प्रबंधन

एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में सीएपीएफ की तैनाती की गई है। झूंसी की ओर से टीकरमाफी मोड़ आने वाली ट्रैफिक को कटका तिराहा, जिराफ चौराहा, छतनाग मोड़ और समुद्रकूप मोड़ से डायवर्ट किया जाएगा। श्रद्धालुओं के सुगम यातायात के लिए सड़क की डिवाइडर को समतल किया गया है।

. फाफामऊ पुल तथा पांटून पुलों पर विशेष इंतजाम

फाफामऊ पुल तथा पांटून पुलों पर विशेष इंतजाम किया गया है। दो मोटरसाइकिल दस्तों से पुलिसकर्मी लगातार भ्रमण करेंगे और ट्रैफिक नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की एंट्री और एग्जिट के लिए पीएसी को तैनात किया गया है।

. रेलवे स्टेशन और बस मूवमेंट के विशेष इंतजाम

झूंसी रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है। यहां एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में पीएसी को लगाया गया है। एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर मजबूत बैरिकेडिंग की गई है। साथ ही रेलवे अधिकारियों से समन्वय कर ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जा रही है।

. झूंसी एरिया में बस संचालन की विशेष योजना तैयार

अस्थायी बस स्टेशन सरस्वती द्वार से गोरखपुर और वाराणसी के लिए बस संचालन के इंतजाम किए गए हैं। रात में पर्याप्त संख्या में रिजर्व बसें झूंसी में पार्क की जाएंगी। अन्दावा से सरस्वती द्वार और सहसों के लिए शटल बसें संचालित होंगी। जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी असुविधा न होने पाए।

. प्रयाग जंक्शन पर विशेष सुरक्षा

तीन पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस और दो कंपनी पीएसी तैनात की गई है।आईईआरटी फ्लाईओवर की तरफ से प्रयाग जंक्शन की ओर जाने वाली ट्रैफिक को रोकने के लिए युधिष्ठिर चौराहे पर मजबूत बैरिकेडिंग और पर्याप्त पुलिस बल का इंतजाम किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में साइनेज की व्यवस्था की गई है।

. जीटी जवाहर और हर्षवर्धन चौराहे पर भीड़ नियंत्रण

मेडिकल कॉलेज चौराहे और बालसन चौराहे पर डायवर्जन के लिए राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई है।बालसन से बख्शी बांध होते हुए नागवासुकी क्षेत्र की ओर डायवर्जन रहेगा।स्टैनली रोड चौराहे से श्रद्धालुओं को लाजपत राय रोड से मंडलायुक्त कार्यालय तिराहे से भारत स्काउट होते हुए मजार चौराहे से दाहिने मोड़कर आईईआरटी पार्किंग के बगल से मेला क्षेत्र ले जाया जाएगा।

. अतिरिक्त सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के विशेष उपाय

अन्दावा और सहसो चौराहे पर अतिरिक्त पुलिस और यातायात पुलिस की तैनाती की गई है। यहां नौ मोटर साइकिल दस्ते लगातार निगरानी करेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्रेन की व्यवस्था की जा रही है।

. अतिरिक्त फोर्स का प्रबंध

तृतीय अमृत स्नान पर्व के लिए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी का अतिरिक्त प्रबंध किया गया है।

संवेदनशील स्थानों पर राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी रहेगी। 56 क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की तैनाती की गई है। प्रभावी पेट्रोलिंग के लिए 15 मोटर साइकिल दस्ते तैनात किए गए हैं। प्रमुख चौराहों और डायवर्जन प्वाइंट्स के बैरियर पर सीएपीएफ और पीएसी का इंतजाम किया गया है।

(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय

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