रायबरेली, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran) । आउटसोर्सिंग का दायरा अब बढ़ रहा है,बदमाशों के गैंग भी रंगदारी के लिए अब आउटसोर्स करने लगे हैं। रायबरेली पुलिस ने मंगलवार को चोरी की घटनाओं की जांच के दौरान ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। गिरोह की योजना अरबों की बेशकीमती जमीन हड़पने की थी।
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र के रजवापुर गांव में सूरज यादव नाम के एक युवक को चोरी के शक में पकड़ा गया गया था। ग्रामीणों ने इसे पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। उससे पूछताछ हुई तो मामला अरबों रूपये की ज़मीन को लेकर रंगदारी से जुड़ा पाया गया।
दरअसल,रायबरेली के रहने वाले नीरज पाण्डेय और सूरज यादव को कहीं से मालूम हुआ था कि लखनऊ में यश इंफ़्राबिल्ट के मालिक मित्तल दंपत्ति की मौत के बाद उसकी लखनऊ स्थित अरबों रुपये की संपत्ति का अधिकृत सिग्नेटरी उनका ड्राइवर नंदकिशोर कश्यप है। सूरज यादव व नीरज पाण्डेय ने उन्नाव के शातिर चोर शिवम और हंसराज को आऊटसोर्स करते हुए अपने गिरोह में शामिल कर नन्दकिशोर को अपहरण कर लिया। पांचों ने नन्दकिशोर को दस लाख का चेक देकर उससे कहा कि यह तुम रखो और अठारह बीघे कम्पनी की ज़मीन हमारे क्लाइंट के नाम कर दो। उधर लखनऊ में नंदकिशोर को किडनैप करके डील हो रही थी और इधर आऊट सोर्स किये गये बदमाश आदतन चोर होने के कारण दो जगह चोरी करने में लग गए। गुरबक्शगंज पुलिस इन्हीं चोरी को वर्कआउट कर रही थी तभी दोनों आऊट सोर्स किये गए चोर समेत चार बदमाश गिरफ्तार हो गए। जबकि रंगदारी गिरोह के मुखिया नीरज पाण्डेय की तलाश अभी भी जारी है। पुलिस ने इनके कब्ज़े से चोरी का सामान समेत कई अवैध असलहे बरामद किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि गुरबक्श गंज पुलिस ने सघन वाहन चेकिंग के दौरान चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन चार अभियुक्तों को पुलिस ने अवैध वसूली, चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के अपराध में पकड़ा है।
(Udaipur Kiran) / रजनीश पांडे