रोहतक, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । लगातार हो रही बारिश ने ईंट भटठा मजदूरों की रोजी रोटी पर संकट लाकर खड़ा कर दिया । दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में करीब 22 हजार ईंट भट्टे संचालित हो रहे है। इन भट्ठों पर एक अनुमान के मुताबिक करीब 2 लाख 50 हजार मजदूर काम करते है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण पथेर में पड़ी कच्ची ईंटे खराब हो गई । वहीं एक बार बारिश होने के बाद मजदूरों की काम से 5 से 7 दिनों तक छुट्टी हो जाती है। जिस कारण अब इनकी रोजी रोटी पर संकट के बादल मंडराना शुरू हो गये । वहीं ईट भट्ठा संचालकों पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तो बारिश से ईटे खराब हो गई ,वहीं दूसरी तरफ बिना काम के भी मजदूरों को घर चलाने के लिए पैसा देना पड़ रहा है। बी.के.ओ.ए हरियाणा के उप प्रधान अनूप सिंह दहिया का कहना है कि तमाम परिस्थियों को देखते हुए सरकार ने ईंट भ-ों को इस साल जल्दी चालू करने की इजाजत देनी चाहिए । ताकि ईट आम आदमी की पहुंच में बनी रहे । देर से ईट भटठे चालू करने की इजाजत मिलने से ईटों के भाव बढऩे की उम्मीद है। दहिया का कहना है कि पहले कारोना महामारी फिर किसान आंदोलन के चलते पहले ही ईट भटठा संचालकों की माली हालत कमजोर हो रखी है। अब बेमौसम बारिश भी कहर बरपा रही है।
(Udaipur Kiran) / अनिल