मास्को/बर्लिन, 26 मई (Udaipur Kiran) । यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा बिना सीमा प्रतिबंधों के लंबी दूरी की मिसाइलें देने के निर्णय पर रूसी क्रेमलिन ने कड़ी आपत्ति जताई है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने चेतावनी दी कि इस प्रकार के निर्णय राजनीतिक समाधान की संभावनाओं के विपरीत हैं और यह कदम यूरोपीय सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
यह बयान तब आया है जब जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने सोमवार को ही एक चर्चा कार्यक्रम के दौरान कहा कि अब यूक्रेन को मिलने वाले हथियारों की रेंज पर कोई सीमा नहीं लगाई जा रही है। मर्ज ने स्पष्ट किया, “अब ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी की ओर से यूक्रेन को दिए जा रहे हथियारों पर दूरी की कोई बंदिश नहीं है। अमेरिका की ओर से भी अब ऐसी कोई पाबंदी नहीं है।”
चांसलर मर्ज ने कहा कि इसका मतलब है कि यूक्रेन अब रूस के भीतर स्थित सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है, जो पहले संभव नहीं था। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले तक यूक्रेन को केवल रूस द्वारा कब्जाए गए क्षेत्रों में ही इन हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति थी।
क्रेमलिन प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि ऐसे निर्णय तनाव को और अधिक बढ़ा सकते हैं और यूरोप को एक अप्रत्यक्ष युद्ध में खींचने का जोखिम बढ़ा सकते हैं। उन्होंने पश्चिमी देशों से संयम बरतने की अपील की और कहा कि ऐसा कदम “राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान के रास्ते को पूरी तरह बंद कर देगा।”
पिछले वर्ष अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (एटीएसीएमएस) देने की मंजूरी दी थी, जिससे पहली बार यूक्रेनी सेना को 300 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें मिली थीं।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
