कोलकाता, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जूनियर डॉक्टरों द्वारा शुक्रवार को धर्मतला में आयोजित होने वाली महा सभा को पश्चिम बंगाल के वाम मोर्चा ने आधिकारिक समर्थन दे दिया है। वाम मोर्चा की ओर से बयान जारी कर आम जनता से अनुरोध किया गया है कि वे इस महा सभा में शामिल हों।
माकपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे कोलकाता, हावड़ा, हुगली और दोनों 24 परगना जिलों से धर्मतला में आयोजित इस सभा में शामिल हों। हालांकि, कार्यकर्ताओं से यह भी कहा गया है कि वे किसी भी संगठनात्मक झंडे के साथ न आएं और केवल नागरिक के रूप में कार्यक्रम में हिस्सा लें।
इस महा सभा में माकपा के समर्थन पर तृणमूल नेता कुणाल घोष ने तंज कसते हुए कहा, मुखौटा उतर गया है। हम शुरू से ही कह रहे हैं कि जो लोग दुर्गा पूजा को नकारात्मक रूप से दिखाना चाहते हैं, वे माकपा, नक्सल और एसयूसीआई हैं, जो पूजा के समय अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। अब सीबीआई जांच कर रही है, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो रही है, और ये लोग यहां त्योहार को बाधित करना चाहते हैं।
कुणाल घोष ने आगे कहा कि अगर माकपा इस महा सभा का समर्थन कर रही है, तो उन्हें मंच पर आकर डॉक्टर अनीता दिवान और नर्स बर्नाली दत्त के नाम का भी जिक्र करना चाहिए।
इस मामले में माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि हमने केवल लोगों से सभा में भाग लेने का आग्रह किया है। हम भी जाएंगे, लेकिन मंच से दूर खड़े रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि छह डॉक्टरों ने अपनी दस मांगों को लेकर पिछले शनिवार से धर्मतला में अनशन शुरू किया था। अनशन करने वाले डॉक्टरों में तनया पांजा, स्निग्धा हाजरा, सायंतनी घोष हाजरा, अनुष्टुप मुखर्जी, अर्णब मुखर्जी और पुलस्त्य आचार्य शामिल हैं। रविवार को आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो भी अनशन में शामिल हो गए थे। गुरुवार रात को अनिकेत की तबियत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्निग्धा की भी शारीरिक स्थिति बिगड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद किसी की हिम्मत कमजोर नहीं हुई है।
‘वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट’ ने शुक्रवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने आंदोलन को और तेज करने का संदेश दिया। डॉक्टर देवाशीष हलदार ने नागरिक समाज से इस आंदोलन में समर्थन देने की अपील की। उन्होंने घोषणा की कि शुक्रवार शाम धर्मतला में महा सभा आयोजित की जाएगी और आम लोगों से इस आंदोलन को समर्थन देने का आह्वान किया।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर