शिमला, 22 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में बस किराए में की गई वृद्धि के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) लोकल कमेटी केंद्र की ओर से शुक्रवार को पुराने बस स्टैंड स्थित पथ परिवहन निगम के प्रबंधक निदेशक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। यह निर्णय गुरूवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित लोकल कमेटी की बैठक में लिया गया।
सीपीएम ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने ऐसे समय में किराया बढ़ाया है जब आम जनता पहले ही महंगाई की मार से जूझ रही है। पार्टी के अनुसार, सरकार ने न्यूनतम बस किराए में 100 फीसदी की अप्रत्याशित वृद्धि करते हुए इसे 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया है। इससे आमजन पर भारी आर्थिक बोझ पड़ा है। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि जब देश भारत-पाक तनाव जैसी गंभीर स्थिति से गुजर रहा था, उस समय सरकार ने चुपचाप बस किराए में 15% तक इजाफा कर दिया, ताकि विरोध की आवाजें दब जाएं।
सीपीएम ने छात्रों के बस पास और निजी स्कूलों की बस सेवाओं पर भी सवाल उठाए। पार्टी के अनुसार, निजी स्कूलों की बसों में अब प्रति छात्र 600 के बजाय 1800 रुपये मासिक किराया वसूला जा रहा है, जो छात्रों और अभिभावकों के साथ बड़ा अन्याय है।
पार्टी सचिव जगत राम ने बताया कि प्रदर्शन के उपरांत एक ज्ञापन उपमुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री के नाम प्रबंधक निदेशक के माध्यम से सौंपा जाएगा। इसमें बस किराए में की गई वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में अब देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक बस किराया वसूला जा रहा है औऱ इससे जनता में गहरा रोष व्याप्त है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
