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कोलकाता, 03 फरवरी (Udaipur Kiran) । तमिलनाडु के मदुरै में अप्रैल में होने वाले सीपीआई (एम) के 24वें पार्टी कांग्रेस से पहले, पार्टी ने एक मसौदा राजनीतिक प्रस्ताव जारी किया है, जिसमें चुनावी गठबंधनों की तुलना में स्वतंत्र राजनीतिक अभियान और जनसंघर्षों पर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया गया है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टी को अपने स्वतंत्र राजनीतिक अभियान और जनसमूहों को संगठित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। चुनावी समझौतों के नाम पर पार्टी की स्वतंत्र पहचान को कमजोर नहीं होने देना चाहिए।
पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा को लेकर, प्रस्ताव में पार्टी के पुनर्निर्माण और विस्तार की जरूरत पर बल दिया गया है। पश्चिम बंगाल में पार्टी को ग्रामीण गरीबों को संगठित करने पर ध्यान देना होगा और भाजपा के खिलाफ राजनीतिक और वैचारिक लड़ाई जारी रखते हुए तृणमूल और भाजपा दोनों का विरोध करना होगा। वहीं, त्रिपुरा में पार्टी को ग्रामीण स्तर पर संगठन मजबूत करने और जनजातीय लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए कार्यक्रम चलाने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रीय स्तर पर, पार्टी का फोकस संगठित क्षेत्र के श्रमिकों, विशेष रूप से विनिर्माण क्षेत्र और अनुबंधित श्रमिकों को संगठित करने पर होगा। प्रस्ताव में जातीय और सामाजिक उत्पीड़न और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ संघर्षों को वर्गीय शोषण के खिलाफ लड़ाई से जोड़ने पर भी जोर दिया गया है।
हालांकि, माकपा संसद में इंडी गठबंधन के घटकों के साथ सहयोग करेगी, लेकिन संसद के बाहर केवल सहमति वाले मुद्दों पर ही समर्थन देगी। प्रस्ताव में भाजपा विरोधी वोटों के अधिकतम ध्रुवीकरण के लिए रणनीति अपनाने की भी बात कही गई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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