हरिद्वार, 1 दिसंबर (Udaipur Kiran) । महानगर व्यापार मंडल के व्यापारियों ने जिला अध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में सर्वे टीम के खिलाफ विरोध जताते हुए कोरिडोर एवं पॉड कार परियोजना पर व्यापारियों के प्रति चिंता व्यक्त की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री को भी महानगर व्यापार मंडल द्वारा पत्र भेजा गया।
पत्र में जिला अध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि हरिद्वार में जो भय का वातावरण व्यापारियों में कोरिडोर और पॉड कार परियोजना की डीपीआर के नाम पर सर्वे टीम ने बना दिया है उसे दूर किया जाए। आज व्यापारी इस कद्र परेशान हैं कि वह भविष्य के लिए न तो अपनी दुकान सही करवा पा रहा है न ही माल स्टॉक कर पा रहा है। कोई भी बैंक भविष्य की योजनाओं को देखते हुए न तो व्यापारी को लोन दे रहा है न ही उसकी लिमिट बढ़ा पा रहा है। व्यापारी डरा हुआ है कि भविष्य में क्या होगा। जिसके लिए मुख्यमंत्री को स्तिथि स्पष्ट कर इस भय के माहौल को खत्म करते हुए व्यापारियों को राहत देनी चाहिए।
महानगर उपाध्यक्ष सुनील मनोचा एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रीत कमल ने कहा कि पॉड कार का अनैतिक रूट पहले भी व्यापारियों का विरोध झेल चुका है, अब फिर उस रूट पर वार्ता होना न्यायसंगत नहीं। हरिद्वारवासी या हरिद्वार का व्यापारी विकास विरोधी नहीं, लेकिन विकास के नाम पर विनाश हो, बरसो से बसे किसी भी व्यापारी को उजाड़ा जाए उसका पक्षधर नहीं। खाली पड़ी जमीन पर कोरिडोर बनाया जाए और पॉड कार का रानीपुर से शांतिकुंज सप्तऋषि तक हाइवे किनारे गंगा किनारे रूट बना परियोजना को अमल में लाया जाए।
कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल एवं जिला उपाध्यक्ष पंकज माटा ने कहा कि कोरिडोर के लिए सड़कों को भव्य बनाते हुए हेरिटेज पोल हेरिटेज डिवाइडर चौराहे तिराहे पर फाउंटेन हरिद्वार को भव्य बनाया जाए। नए पुल गंगा किनारे से शहर के बीच घाटों का विकास हरकी पौड़ी को और भव्य रूप दिया जाए। ऐसे स्वरूप से विकास किया जाए जिससे हरिद्वार की पौराणिकता भी बनी रहे और विकास भी हो किसी का अहित भी न हो।
बैठक में आटो यूनियन अध्यक्ष हरीश अरोड़ा, जगजीत पुर अध्यक्ष रणवीर शर्मा, खडखडेश्वर अध्यक्ष भूदेव शर्मा, वरिष्ठ व्यापारी नेता गणेश शर्मा, लक्की सिंह, जिला मंत्री रवि बांगा, सोनू चौधरी, शिप्पी भसीन, दिनेश कुमार नंदा, विनेश शर्मा, खुशी राम छाबड़ा, बंटी प्रकाश, अनिल कोरी, राकेश सिंह, पवन पांडे, एसके सैनी, धर्मपाल प्रजापति, सुभाष ठक्कर, ललित अग्रवाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला